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बिशुनपुर में पौधरोपण में गड़बड़झाला, हिंडाल्को कंपनी ने 8000 पौधा लगाने का किया दावा, जांच में मिले मात्र 2 पौधे

Jharkhand News, Gumla News, गुमला : झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड में हिंडाल्को कंपनी पर आरोप है कि पौधरोपण के नाम पर राज्य सरकार को झूठी रिपोर्ट सौंपी है. बॉक्साइड उत्खनन के नाम पर करोड़ों रुपये कमाने वाली कंपनी CSR के तहत कोई सुविधा नहीं दी है. जिस परती जमीन पर पौधरोपण दिखाया गया है, वहां मात्र एक-दो पौधे ही जीवित मिले हैं. बाकी पूरा जमीन खाली व बेजान था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब झारखंड सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन कमेटी गुरुवार को बिशुनपुर प्रखंड के पश्चिमी पठार स्थित गुरदरी खनन क्षेत्र जांच के लिए पहुंची. इस दौरान कमेटी के लोगों के समक्ष अनियमितता खुलकर सामने आयी.

Jharkhand News, Gumla News, गुमला : झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड में हिंडाल्को कंपनी पर आरोप है कि पौधरोपण के नाम पर राज्य सरकार को झूठी रिपोर्ट सौंपी है. बॉक्साइड उत्खनन के नाम पर करोड़ों रुपये कमाने वाली कंपनी CSR के तहत कोई सुविधा नहीं दी है. जिस परती जमीन पर पौधरोपण दिखाया गया है, वहां मात्र एक-दो पौधे ही जीवित मिले हैं. बाकी पूरा जमीन खाली व बेजान था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब झारखंड सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन कमेटी गुरुवार को बिशुनपुर प्रखंड के पश्चिमी पठार स्थित गुरदरी खनन क्षेत्र जांच के लिए पहुंची. इस दौरान कमेटी के लोगों के समक्ष अनियमितता खुलकर सामने आयी.

जांच टीम द्वारा बॉक्साइड खनन क्षेत्र का दौरा किया गया. टीम ने पाया कि कंपनी सिर्फ बुनियादी सुविधाओं के नाम पर कोरम पूरा कर रही है. सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है. जिस कारण हमेशा धूलकण उड़ता है. लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. पठारी इलाके के लोग हमेशा बीमार पड़ते रहते हैं. कंपनी द्वारा संचालित स्वास्थ्य केंद्र से सिर्फ मरीजों को पेरासिटामोल की गोली दी जाती है.

कंपनी द्वारा उत्खनन किये गये जगह पर समतलीकरण भी नहीं कराया गया है. टीम द्वारा ग्रामीणों से पूछताछ करने पर पता चला कि गांव में पानी, स्वास्थ्य एवं शिक्षा का घोर अभाव है, जबकि माइनिंग क्षेत्र में तमाम बुनियादी सुविधा कंपनी को बहाल करनी थी. इसके बावजूद कंपनी द्वारा ऐसा नहीं किया गया है.

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मौके वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन कमेटी के सभापति सह ईचागढ़ की विधायक सविता महतो ने कहा कि हिंडाल्को द्वारा क्षेत्र का शोषण किया जा रहा है. आज तक सिर्फ हिंडाल्को द्वारा माइनिंग क्षेत्र का दोहन की जा रही है. कंपनी द्वारा अभी तक गांव के लोगों के लिए कोई भी बुनियादी सुविधा बहाल नहीं किया गया है. जो काफी दुखद है.

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार इसके लिए सख्त से सख्त कदम उठायेगी. टीम द्वारा यहां देखे गये तमाम बातों की रिपोर्टिंग सरकार के समक्ष किया जायेगा. मौके पर कमेटी के उपसभापति मांडर विधायक बंधु तिर्की, सदस्य सिसई विधायक जिग्गा सुसारन होरो, पोटका विधायक संजीव सरदार, प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्रीय अधिकारी आर्यन कश्यप, डीएमओ रामनाथ राय, बीडीओ छंदा भट्टाचार्य सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.

बॉक्साइड का अवैध उत्खनन

झारखंड सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन कमेटी हिंडाल्को के माइनिंग क्षेत्र जांच के लिए पहुंचने पर पाया कि गुरदरी, पोलपोल, सखुवा पानी क्षेत्र के कई जगहों पर कंपनी द्वारा अपना लीज एरिया से बाहर जंगलों में अवैध खनन किया जा रहा है. जिससे जंगल को भी काफी नुकसान हो रहा है. साथ ही सरकार को राजस्व की क्षति भी हो रही है.

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हिंडाल्को प्रबंधक को लगी फटकार

जांच कमेटी को गुमराह करने पर हिंडाल्को के प्रबंधक संजय कुमार को कमेटी के मांडर विधायक बंधु तिर्की, पोटका विधायक संजीव सरदार एवं सिसई विधायक जिग्गा सुसारन होरो ने जमकर फटकार लगाया. हिंडाल्को प्रबंधक द्वारा कमेटी के सदस्यों को प्लांटेशन, सड़कों पर पानी का छिड़काव एवं बुनियादी सुविधा बहाल करने के नाम पर गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था. तभी कमेटी ने ग्रामीणों से बात कर सभी तथ्यों से अवगत हुए. जिस पर कमेटी के लोगों ने आग बबूला होकर प्रबंधक को जमकर खरी-खोटी सुनायी. साथ ही सरकारी स्तर पर कार्रवाई करने की बातें भी कही.

रैयत को प्रति ट्रक मिलता है 100 रुपया : प्रभा मिंज

जांच कमेटी के लोगों को गुरदरी गांव की प्रभा मिंज ने बताया कि इस इलाके में हिंडाल्को कंपनी ठेकेदारों द्वारा बॉक्साइड का अवैध उत्खनन करा रही है. जो ठेकेदार रैयत की जमीन से बॉक्साइड खोदकर निकालते हैं. वह रैयत को मात्र 100 रुपया प्रति ट्रक देते हैं. वहीं, बहुत से लोग वन भूमि में उत्खनन करने के बाद जंगल को उजाड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा कोरोना काल में एक भी मास्क व सैनिटाइजर का वितरण नहीं किया गया है. ना ही कड़ाके की ठंड में लोगों के बीच में कंबल का वितरण किया गया है. उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा सामाजिक हित में किसी प्रकार का काम नहीं किया जाता है. जिस कारण क्षेत्र आज बदहाल है. यही वजह है कि सभी के घरों की छत धूलकण से लाल हो चुके हैं.

प्लांटेशन के नाम पर हो रही है खानापूर्ति

कमेटी की सभापति ईचागढ़ विधायक सविता महतो ने हिंडाल्को प्रबंधक से पूछा कि आप के पास कुल कितना लीज की जमीन है और कितने रैयत हैं. साथ ही खनन के बाद उक्त स्थान का समतलीकरण करने के बाद प्लांटेशन का काम किया जाता है या नहीं. इस पर हिंडाल्को प्रबंधक द्वारा कुल जमीन एवं रैयत की संख्या नहीं बतायी गयी. उन्होंने बताया कि कुल 8000 पौधों का प्लांटेशन किया गया है. टीम ने जब देखना चाहा कि कहा पर पौधरोपण हुआ है, तो प्रबंधक एक भी पौधा नहीं दिखा पाया. सिर्फ 5 साल पहले लगे कुछ पौधों को ही दिखाया गया, जबकि बाकी स्थानों पर कहीं प्लांटेशन का काम नहीं किया गया है. मौके पर सविता महतो ने कहा कि पौधरोपण के नाम पर सिर्फ यहां खानापूर्ति की जा रही है. यह काफी गलत बात है.

जनजातियों के बीच किया कंबल का वितरण

बिशुनपुर प्रखंड के ऊपरपाठ बॉक्साइड माइंस क्षेत्र के पोलपोल पाट पहुंचे बंधु तिर्की ने बढ़ते ठंड को देखते हुए ग्रामीणों के बीच कंबल का वितरण किया. कंबल व मच्छरदानी पाकर ग्रामीण काफी खुश हुए. उन्होंने ग्रामीण की समस्याओं से रूबरू हुए. सठियो असुर ने कहा कि गांव में बिजली, पानी, सड़क की समस्या है. साथ ही छोटे बच्चों के लिए गांव में आंगनबाड़ी केंद्र खुलवाने की बातें कही. इस पर बंधु तिर्की ने संबंधित पदाधिकारी से बात किया.

Posted By : Samir Ranjan.

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