बसिया. बसिया प्रखंड के नवाटोली भिखारिएट स्थित तुरबुंगा पल्ली में तीन दिवसीय युवा सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें नवाटोली भिखारिएट के रामपुर, दलमादी, तुरबुंगा, अघरमा, कोनबीर नवाटोली, केमताटेाली व तालेसेरा पल्ली से लगभग दो हजार युवक-युवतियां शामिल हुईं. वक्ताओं ने युवाओं को जीवन में कैसे संघर्षों को पार कर सफलता हासिल करनी है. इस संबंध में कई टिप्स दिये. रूपम ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि कम उम्र में ही मां-बाप के गुजर जाने के बावजूद आर्थिक तंगी को झेलते हुए जेपीएससी परीक्षा एक बार में ही पास की. उसी प्रकार मांडर के युवक समीर ने अपने जीवन कहानी बताते हुए कहा कि परीक्षाओं में बार-बार फेल होने के कारण पढ़ाई में आगे नहीं बढ़ पाया. मां-बाप के घर से निकल गया और लखनऊ की गलियों में भटकते भटकते होटलों में पेट भरने के लिए काम करने लगा. बाद में पांच सितारा हेाटल में काम मिला. यहां रहते हुए बिजनेस करने का गुर सीखा, फिर रांची अपने गृह शहर लौटा. आज वह एक बड़ा बिजनेसमैन बन गया और खुद की कंपनी का मालिक है. इस युवा सेमिनार में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें सबसे आकर्षक आदिवासी सांस्कृतिक नाच-गान रहा. फादर सीप्रियन कुल्लू ने कहा है कि अगर आप में कुछ करने व कुछ पाने का जुनून है, तो आप हर मुसीबतों का सामना करते हुए अपनी मंजिल तक जरूर पहुंचेंगे.
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