पालकोट. तपकारा गांव के दतली डैम के बीच में पक्की दीवार खड़ी कर देने से खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है, जिससे किसान परेशान हैं. किसान अभी गरमा धान लगाये हैं. अगर पानी नहीं मिलेगा, तो धान की फसल बर्बाद हो जायेगी. यह मामला पालकोट प्रखंड स्थित तपकारा गांव के दतली डैम का है. दतली डैम के नहर का निर्माण 2018 में अवर प्रमंडल जलपथ सिमडेगा द्वारा नहर के बीच में स्टेचर के समीप जल संग्रह के लिए दीवार बना दी गयी थी, जिससे किसानों के खेतों में पानी जा सके. इधर पुन: जलपथ प्रमंडल द्वारा जलाशय के मुख्य नहर के सीएच 2.40 किमी पर पक्की दीवार खड़ी कर जल प्रवाह रोक दिया गया है. इससे गांव के किसानों को सिंचाई सुविधा बाधित हो गयी है. किसान विवेक कुमार साहू ने बताया कि उपायुक्त गुमला व जलपथ अवर प्रमंडल सिमडेगा को आवेदन दिया गया है. गांव के संतोष लकड़ा, अशोक लकड़ा, अनमोल लकड़ा, सत्येंद्र सिंह, मदन राम, मंगरा खड़िया, मालू खड़िया, सुरेंद्र सिंह, विमल खेस, तैरस खेस, सुकरा खड़िया, चैतू लकड़ा, प्रसाद बड़ाइक, लच्छू लकड़ा आदि किसानों ने अपनी समस्या को बताया. अभियंता गौतम कुमार महतो ने कहा कि विभाग की ओर से नोटिस देना था कि किसान नहर के पानी को अवरुद्ध नहीं करें. नहर के बीच में मिट्टी देकर नहर का पानी को रोके हैं, तो उसको नोटिस देखते ॉहटा देने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा तपकारा गांव के किसानों ने बताया कि गांव बरडीह, पीठरटोली, रेड़वा आदि गांवों में नहर के माध्यम से पानी जा रहा है. किसी को कोई परेशानी नहीं है. परंतु कुछ गांवों तक पानी नहीं पहुंच रहा है.
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