प्रेमप्रकाश भगत, डुमरी आकांक्षी प्रखंड डुमरी की करनी पंचायत अंतर्गत पकरीटोली गांव में जामकोना नाला पर करोड़ों रुपये की लागत से बना अर्द्धनिर्मित पुल ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. झारखंड और छत्तीसगढ़ को जोड़ने के उद्देश्य से करीब 10 वर्ष पूर्व इस पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन संवेदक पुल को अधूरा छोड़कर भाग गया, तब से काम बंद है और प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ग्रामीण आनंद बखला, विमल तिर्की, बसिया बाखला, सागर कुजूर, विजय लकड़ा समेत अन्य ने बताया कि पुल के दोनों ओर एप्रोच भराई नहीं की गयी है. पुल की ऊंचाई सड़क से करीब 10-12 फीट है, जिससे आवागमन असंभव हो गया है. लोगों का कहना है कि अधूरा पुल किसी काम का नहीं है और यह सरकारी धन की बर्बादी का उदाहरण है. ग्रामीणों ने बताया कि पुल अधूरा रहने से गांव तक निर्माण सामग्री नहीं पहुंच पाती. सरकारी योजनाओं के लाभुकों को सामग्री गांव के बाहर ही उतारनी पड़ती है. आने वाले नवंबर में छत्तीसगढ़ के खईड़कोना में धार्मिक तीर्थयात्रा आयोजित होगी, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं, पर अधूरा पुल इस मार्ग पर बाधा बना हुआ है.कांग्रेस प्रखंड उपाध्यक्ष सह जूरमु मुखिया प्रदीप मिंज ने कहा कि अधूरा पुल डुमरी की ओर से आने वाले वाहनों के लिए मुश्किल खड़ी कर रहा है. बरसात के दिनों में तो पैदल चलना भी कठिन हो जाता है. उन्होंने प्रशासन से पुल निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने और लापरवाह संवेदक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही कहा कि यह मुद्दा वे सांसद के समक्ष भी उठायेंगे.
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