रायडीह. प्रखंड के मांझाटोली के ग्रामीणों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर संवेदक व इंजीनियर पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है. आवेदन में कहा गया है कि शंख मोड़ मांझाटोली स्थित कार्तिक उरांव चौक का सुंदरीकरण कार्य टेंडर के तहत 2023-24 में निकाला गया था. इस कार्य को संवेदक द्वारा लिया गया था. लेकिन डेढ़ साल बाद इस कार्य को शुरू किया गया है. उनके द्वारा अपनी मनमानी कार्य करने के चक्कर में दो राज्य को जोड़ने वाली यह चौक का हाल खस्ता हो गया है. 50 लाख की प्राक्कलित राशि वाले टेंडर के मुताबिक ढंग से कोई काम नहीं हो पाया है. किसी प्रकार की गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है. इनकी मनमानी में विभाग की मिलीभगत जाहिर होती है. जब भी यहां के जनप्रतिनिधि संवेदक को कुछ सुधार के लिए बोलते हैं, तो उनके द्वारा ये बोल कर टाल दिया जाता है कि विभाग से बात कीजिये. विभाग को बोला जाता है, तो विभाग बोलता है कि संवेदक से समझिये. कितनी बार इनको मुखिया व सरपंच द्वारा डीपीआर के मुताबिक काम करने को बोला गया है, तो यह बोलते हैं कि डीपीआर मेरे पास नहीं है. उक्त तीन माह की कार्य अवधि को दो साल लगाया जा रहा है. जो कार्य की अनदेखी दर्शाता है. इस संबंध में ग्रामीणों ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. ज्ञापन सौंपने वालों में मो फैयाज, शिवलेस, मो रईस, मो एजाज अली, सोहेब, मो रफी, अमित प्रकाश, अशफाक खान, खुर्शीद, मो अशरफ, राजीव कुमार, नीलेश कुमार झा, आर्यन कुमार दास, सूरज कुमार सिंह, पंकज कुमार, मो शमीम ताज, दिनेश दास, शोभा देवी, पुल्लू दास, मो सदरू, टननू साव, शंख शहबुल समेत अन्य शामिल हैं.
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