बिशुनपुर. जतरा टाना भगत की जन्मस्थली चिंगरी गांव में गुरुवार को जल संरक्षण अभियान की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में जलछाजन रैली व कलश यात्रा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उपविकास आयुक्त दिलेश्वर महतो व स्टेट टेक्निकल एक्सपर्ट लखन लाल महतो ने भाग लिया. कार्यक्रम में 25 महिलाओं व 25 बच्चों ने पौधरोपण किया. अगले तीन दिनों में 5000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया. उपविकास आयुक्त दिलेश्वर महतो ने कहा कि जल संरक्षण हमारे अस्तित्व की गारंटी है. हमें खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में रोकना होगा. कहा कि जलछाजन कार्य केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह ग्रामीण विकास व सतत जीवन का आधार है. लखन लाल महतो ने कहा कि जल, जंगल व जमीन का संतुलन ही असली विकास है. उन्होंने कहा कि आज समय ऐसा है कि हम बोतल का पानी पीने को विवश हैं. यदि हमें सुखी रहना है, तो जल, जंगल और जमीन को सुरक्षित रखना होगा. जलछाजन अभियान इस दिशा में एक सशक्त कदम है. कार्यक्रम में किसानों के बीच पंपसेट व स्पेयर मशीनों का वितरण किया गया. साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों व मीडिया कर्मियों को सम्मानित किया गया. मौके पर जल संरक्षण का शपथ लेते हुए झारखंड को हरा-भरा व समृद्ध बनाने का संकल्प लिया. कार्यक्रम में भूमि संरक्षण पदाधिकारी आशीष प्रताप, बीडीओ सुलेमान मुंडारी, जेएसपीएल डीपीएम, वाटरशेड टेक्निकल एक्सपर्ट गुमला, मुखिया बसनु उरांव, मुखिया रामप्रसाद बड़ाइक, मुखिया जतरा टाना भगत के वंशज समेत अन्य उपस्थित थे.
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