– गोपी/विनोद –
व्यवस्था की कमी, संसाधन का भी अभाव
लोहरदगा : जिला में महिलाओं को सुविधा के लिए महिला थाना की स्थापना की गयी. दुर्भाग्य की बात है कि महिला थाना में महिला की जगह, पुरुष पदाधिकारी कार्यरत हैं. सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाएं अपनी व्यथा एक पुरुष पुलिस अधिकारी को बताने को मजबूर हैं. सरकार की मंशा थी की महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए महिला थाना का होना जरूरी है.
2014 में मात्र तीन मामले दर्ज : महिला थाना लोहरदगा में थाना प्रभारी के रूप में सिकंदर प्रसाद यादव कार्यरत हैं. यहां एक महिला अफसर एवं हवलदार सहित कु ल चार लोग पदस्थापित हैं. महिला थाना मेंपिछले वर्ष कुल 37 मामले दर्ज किये गये थे. इस वर्ष यहां मात्र तीन मामले दर्ज हुए हैं.