गुमला खड़िया पाड़ा में सनोवर परवीन की हत्या करने के बाद फरार हुए एहतेशाम को पुलिस ने 20 घंटे के अंदर भरनो चौक से धर दबोचा. हत्या करने के आरोपी इस देवर से पुलिस थाना में पूछताछ कर रही है.
गुमला : गुमला शहर के खड़िया पाड़ा निवासी अंजार आलम की पत्नी सनोवर परवीन की हत्या के पीछे क्या राज है?आखिर देवर एहतेशाम आलम ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया. सनोवर के कत्ल की कहानी क्या है. यह अभी भी रहस्य बना हुआ है. हालांकि पुलिस ने सनोवर के कातिल देवर एहतेशाम को घटना के 20 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की है.
पुलिस ने एहतेशाम को भरनो थाना स्थित ब्लॉक चौक से पकड़ा है. वह अपनी भाभी सनोवर की हत्या करने के बाद रात भर भरनो के किसी घर में छिपा हुआ था. लोगों का कहना है कि वह भंडारा व बेड़ो में छिपा था. लेकिन पुलिस की माने तो एहतेशाम भरनो में छिपा हुआ था. रविवार को वह भरनो ब्लॉक चौक के पास बस पकड़ने के लिए खड़ा था.
उसकी योजना रांची या फिर कोई दूसरा शहर भागने का था. कुछ लोगों की गुप्त सूचना पर पुलिस ने उसे भरनो चौक से धर दबोचा. पुलिस उसे शाम को थाना लेकर पहुंची. उसे हाजात में हथकड़ी लगा कर रखा गया है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार उसे रातभर रख कर पूछताछ की जायेगी. आज उसे गुमला कोर्ट में प्रस्तुत किया जायेगा. यहां से उसे जेल भेजा जायेगा.
पुलिस ने पकड़ा, तो रो पड़ा
भाभी का कत्ल किया. वह भी बेरहमी से. हथौड़ा से सिर फोड़ा. फिर तेज धारधार हथियार से गला रेत दिया. उसने इतना क्रूरता दिखाया. जब पुलिस ने उसे पकड़ा, तो उसके आंखों में आंसू आ गये. वह रोने लगा. पुलिस को देख कर शुरू में भागने का प्रयास भी किया. लेकिन पुलिस की घेराबंदी को वह पार नहीं कर सका. जब हाथ में हथकड़ी लगी, तो उसे भी खोलने का प्रयास करने लगा.
खाने को मिला तो झपट पड़ा
भाभी का कत्ल कर फरार होने के बाद एहतेशाम भूखा था. जब पुलिस उसे पकड़ कर थाना लायी और उसे खाने के लिए नास्ता दिया गया, तो वह खाने पर टूट पड़ा. खिलाने के बाद देर शाम को पुलिस ने पूछताछ शुरू की. एहतेशाम कुछ नहीं बोल रहा था. पुलिस ने कत्ल का राज उगलवाने के लिए कड़ाई की, तो वह चिल्लाने लगा. वह बार -बार बोल रहा था. सर माफ कर दीजिये.
समाज के लोग पहुंचे थाना
एहतेशाम की गिरफ्तारी की सूचना पर मुसलिम समाज व उसके कुछ रिश्तेदार थाना पहुंचे. वे लोग एहतेशाम से मिलना चाह रहे थे. लेकिन पुलिस ने किसी को मिलने नहीं दिया. हाजात के सामने पुलिस का पहरा लगा दिया गया.
सनोबर के पिता बोले : मेरी बेटी को मिले न्याय
इधर, पिता मोहम्मद मिन्हाज ने अपनी बेटी सनोवर की हत्या मामले में गुमला थाना में केस किया है.इसमें उसने देवर एहतेशाम आलम, पति अंजार आलम, ननद साजिया नौशीम, चाचा ससुर शकील आलम व बहनोई फैयाज उर्फ फहीम को आरोपी बनाया है. दर्ज केस में मिन्हाज ने कहा है कि 13 फरवरी 2013 को उसकी बेटी की शादी खड़िया पाड़ा निवासी अंजार आलम से हुई थी. शादी के छह माह के बाद से ही दहेज को लेकर ससुराज वाले प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था. जबकि शादी के समय ही ससुराल द्वारा दहेज के रूप में जो मांग रखी गयी थी.
उसे पूरा किया गया था. इसके बावजूद उसकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा. ससुरालवालों ने दो लाख रुपये मांगे. जब पैसा नहीं दिया, तो सनोवर को ससुरालवालों ने लोहरदगा मायके पहुंचा दिया. कुछ माह बाद बहनोई फैयाज उर्फ फहीम लोहरदगा पहुंचा. उसने कहा कि पैसा दें तो आपकी बेटी को वापस गुमला ले जायेंगे. किसी प्रकार 50 हजार रुपये में बात तय हुई. मिन्हाज ने 50 हजार जुगाड़ कर सनोवर के ससुराल वालों को दिया.
इसके बावजूद दोबारा पैसा की मांग को लेकर सनोवर को प्रताड़ित किया जाना लगा. जब मांग की पूर्ति नहीं हुई तो ससुराल वालों ने एक साजिश के तहत सनोवर की हत्या कर दी. मिन्हान ने दर्ज केस में कहा है कि सनोवर की हत्या की सूचना दामाद अंजार के पड़ोसियों से मिली. पिता ने ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उसकी बेटी को न्याय मिले.
