अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ सड़क पर उतरे
गुमला : झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के विभिन्न मांगों को सरकार द्वारा नजरअंदाज करने के विरोध में महासंघ ने सोमवार को जुलूस निकाला. साथ ही उपायुक्त कार्यालय कक्ष के समक्ष प्रदर्शन किया.
समाहरणालय का मुख्य द्वार पूरी तरह से अवरूद्ध कर दिया गया था. बीडीओ सह सीओ अलका कुमारी प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनकी बात भी सुनने से इंकार कर दिया. प्रदर्शनकारी काफी आक्रोशित थे.
उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, कार्मिक सचिव व वित्त सचिव झारखंड सरकार के नाम गुमला उपायुक्त वीणा श्रीवास्तव को 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा. साथ ही गुमला जिले के ज्वलंत व लंबित मांगों के संबंध में भी 32 सूत्री मांगों का संलेख दिया गया और शीघ्र ही समस्याओं के निराकरण की मांग की.
इससे पूर्व स्थानीय पटेल चौक से महासंघ ने जुलूस निकाला, जो जशपुर रोड, कचहरी होते हुए समाहरणालय परिसर पहुंच कर संपन्न हुआ. जिला सचिव भूषण कुमार ने कहा कि अब समय आ गया है कि कर्मचारी ठेका प्रथा में काम करने वाले, आउटसोर्सिग में काम करने वाले, पारा अनुबंध पर काम करने वालों को गोलबंद होकर अपनी मांगों की पूर्ति के लिए एकजुट हों. अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने कहा कि राज्य सरकार वार्ता तो करती है, लेकिन उस पर कोई ठोस पहल नहीं करती है. प्रदर्शन कार्यक्रम को गणोश प्रसाद, हरिदास राम, रघुनंदन वैद्य, जाकीर हुसैन आदि ने संबोधित किया.
मौके पर दिनेश कुमार, सीताराम साहू, वंशीधर यादव, फुलझरी भगत, सत्य प्रसाद भगत, प्रेम सागर भगत, प्रवीण कुमार सहित सरकारी कर्मचारी, सहिया, चौकीदार, स्वास्थ्य कर्मी सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे.