गुमला : 22 करोड़ रुपया का राजस्व सालाना देने वाला जिला खनन विभाग गुमला कार्यालय में कर्मचारियों का भारी टोटा है. कर्मचारियों की कमी के कारण काम प्रभावित होता है. इस विभाग में कुल स्वीकृत पद 12 है, लेकिन मात्र तीन कर्मचारी कार्यरत हैं. इस विभाग का अपना भवन तक नहीं है.
मेसो विभाग के ऊपरी तल्ला में यह कार्यालय कार्यरत है. गुमला जिले के घाघरा व बिशुनपुर प्रखंड में कुल लीजधारी माइंस 26 हैं. जिसमें से वर्तमान में सात माइंस कार्यरत है. शेष प्रदूषण प्रमाण पत्र व अन्य कागजात जमा नहीं किये जाने के कारण कई वर्षो से बंद पड़ा हुआ है.
विभाग के पास कर्मचारी व अधिकारी की कमी के कारण छापामारी अभियान नहीं चलाया जाता है. जिले में पत्थर की खान 105 है, जिसमें 70 कार्यरत हैं. घाघरा व बिशुनपुर के माइंस से प्रतिवर्ष 11 लाख 85 हजार टन बॉक्साइट का खनन होता है. इन खदानों से लगभग 10 हजार से अधिक ग्रामीणों की रोजी–रोटी चलती है.
जिला खनन कार्यालय में प्रधान लिपिक का एक पद, खान निरीक्षक का पद दो, लिपिक का पद दो है, जिसमें एक कार्यरत है. आशु टंकक का एक पद, चालक का पद एक है, जो वर्षो से रिक्त है. कार्यालय अनुसेवक का पद दो है, इसके स्थान पर एक कार्यरत है. जंजीर वाहक दो हैं, लेकिन दोनों पद रिक्त है. प्रोसेस सर्वर एक है.