दुर्जय पासवान, गुमला
जिले के डुमरी थाना क्षेत्र स्थित जैरागी गांव में कथित रूप से नक्सलियों ने ठेकेदार गणेश साहू (50 वर्ष) को गोलियों से भून दिया. घटनास्थल पर ही गणेश की मौत हो गयी. घटना गुरुवार की शाम चार से पांच बजे की है. मृतक गांव में अपने दोस्तों के साथ ताश खेल रहा था. तभी दो मोटर साइकिल से छह बदमाश पहुंचे. पहले ठेकेदार का नाम पूछा. जैसे ही गणेश ने अपना नाम बताया. नक्सलियों ने पांच से छह गोली मारी और वहां से भाग गये.
गोली चलने के बाद जैरागी गांव में अफरा-तफरी मच गया. सभी लोग भागने लगे. इधर, घटना की सूचना के बाद देर शाम को पुलिस गांव पहुंची और शव को कब्जे में लिया. जानकारी के अनुसार गणेश का अपना घर जैरागी गांव में है. उसने गुमला शहर में भी घर बनाया है. वह गांव में रहकर सड़क, पुलिया व भवन का काम ठेका में लेकर कराता था.
गुरुवार को वह जैरागी में अपने दोस्तों के साथ ताश खेल रहा था. तभी दो मोटर साइकिल से छह लोग पहुंचे. पहले वे लोग इधर-उधर घूमे. फिर स्थल पर पहुंचकर गणेश कौन है इसकी जानकारी ली. ताश खेल रहे लोगों व खुद गणेश ने अपना परिचय दिया. तभी नक्सली अपने शरीर पर कपड़ों से छिपाकर रखे हथियार को निकाला और गणेश पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
नाम बताते ही मार दी गोली, दहशत में लोग
डुमरी थाना के जैरागी गांव निवासी गणेश साहू ने जैसे ही हमलावरों को अपना नाम बताया. हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. क्योंकि लंबे समय के बाद इस क्षेत्र में दिनदहाड़े हत्या हुई है. पहले इस क्षेत्र में आये दिन नक्सली घटनाएं होते रहती थी. परंतु हाल के दिनों में पुलिस की कार्रवाई के बाद इस क्षेत्र से नक्सलवाद कम हो गया था. परंतु गुरुवार को जिस प्रकार गणेश की हत्या की गयी है. लोग एक बार फिर डर गये हैं.
घटना के बाद कई लोग डर से अपने घर से नहीं निकल रहे हैं. जो लोग मृतक को पहचानते हैं. वही लोग घटना स्थल पर नजर आ रहे थे. जिस प्रकार दो मोटर साइकिल से आकर ठेकेदार गणेश को गोली मारी गयी है. लोग नक्सलियों द्वारा गोली मारने की बात कह रहे हैं. परंतु पुलिस इसे आपसी विवाद में हत्या का कारण बता रही है.
चैनपुर अनुमंडल के एसडीपीओ कुलदीप कुमार घटना की सूचना के बाद पुलिस बल के साथ जैरागी गांव पहुंचे और शव को कब्जे में लिया. चैनपुर से जैरागी गांव रवाना होने के दौरान फोन पर बात करते हुए एसडीपीओ ने कहा कि जैरागी गांव के गणेश साहू की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. हत्या किसने व क्यों की है. इसका पता नहीं चला है. पुलिस गांव जा रही है. पूछताछ के बाद ही कहा जा सकता है कि किन लोगों ने हत्या की है.
एसडीपीओ ने कहा कि ऐसे कुछ लोगों से फोन से मिली जानकारी के अनुसार आपसी विवाद में हत्या होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. यहां बता दें कि कुछ वर्ष पहले गणेश के बड़े भाई भोला साहू की भी नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. तब से भोला का परिवार गुमला में रहता है. कभी कभार भोला का परिवार गांव आता-जाता है. जबकि मृतक गणेश भी गुमला में नया घर बनाया है. परंतु ठेका के काम से वह गांव में रहता था.
इधर, गणेश की हत्या की सूचना पर गुमला के संवेदक भी हतप्रभ हैं. सभी गणेश की हत्या की जानकारी किसने की. इसकी जानकारी पता करने में लगे हुए थे.
एसपी ने नक्सली घटना से किया इंकार
गणेश साहू की हत्या में भाकपा माओवादियों के हाथ होने की बात से गुमला एसपी अंजनी झा ने इंकार किया है. एसपी ने प्रभात खबर से फोन पर बात करते हुए कहा है कि करीब पांच बजे गणेश साहू की हत्या की सूचना मिली. पुलिस घटना स्थल पहुंच गयी है. गणेश की हत्या में नक्सलियों का हाथ नहीं हो सकता, क्योंकि हमलावरों ने छोटे हथियार का उपयोग किया है. पुलिस ने परिवार के लोगों से बात की है. परिवार ने कुछ जानकारी दी है. उस जानकारी के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई प्रारंभ कर दी है. गणेश की हत्या पुरानी आपसी विवाद को लेकर की गयी है.