दुर्जय पासवान, गुमला
विचाराधीन कैदी रायडीह थाना के पतराटोली निवासी विजय साहू (50 वर्ष) की रविवार को गुमला सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गयी. तबीयत खराब होने की शिकायत पर जेल प्रशासन ने विजय को अस्पताल में भर्ती कराया था. कुछ देर तक इलाज होने के बाद विजय की मौत हो गयी. विजय की मौत के बाद अस्पताल पहुंचे उसके परिजनों ने हंगामा किया.
परिजनों का आरोप है कि रायडीह पुलिस ने झूठे केस में फंसाकर विजय को जेल भेजा था. इसके बाद जेल में उसको ठीक ढंग से खाना नहीं दिया गया. जिसके कारण उसकी मौत हो गयी. बेटी शिल्पा कुमारी ने कहा कि रायडीह पुलिस ने उसके पिता को 10 अक्तूबर को पकड़ा था. मेरे पिता पर जुआ खेलने का आरोप पुलिस ने लगाया था. जब मेरे पिता थाना से छूटने के लिए पुलिस को पैसे नहीं दिये तो 48 घंटे बाद 12 अक्तूबर को जेल भेज दिया.
जिस दिन पुलिस ने मेरे पिता को पकड़ा था. उस दिन मेरे पिता जुआ नहीं खेल रहे थे. वे जुआ स्थल के समीप से पार हो रहे थे. परंतु पुलिस उन्हें पकड़ लिया. मेरे पिता की मौत के जिम्मेदार रायडीह थाना की पुलिस है. मृतक के भाई महेश साहू ने कहा कि मेरा भाई बीमार था. इसकी जानकारी जेल प्रशासन ने नहीं दी. जब अस्पताल में लाया गया तो बताया गया. जेल प्रशासन ने समय पर इलाज नहीं कराया. जिस कारण विजय की मौत हुई है.
इधर, देर शाम हंगामा शांत हुआ. इसके बाद परिजन शव लेकर गांव गये. परिजनों ने कहा है कि रायडीह पुलिस के खिलाफ केस किया जायेगा. इसकी शिकायत सीएम से भी की जायेगी.