दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला पुलिस ने जोराग जंगल से पीएलएफआई के दो उग्रवादियों को सोमवार की रात को गिरफ्तार किया गया. इनमें रांची व गुमला जोन का एरिया कमांडर मलगो गांव निवासी नीलकंठ साहू और बेड़ो के अहलाद उरांव है. इन दोनों के पास से दो देशी कट्टा, छह जिंदा कारतूस, एक खोखा, पांच पीस मोबाइल, छह पीस सिम कार्ड, पीएलएफआई का लेटर पैड व एक पिठू बरामद हुआ है. नीलकंठ पर पहले से हत्या का आरोप है.
छह माह पहले नीलकंठ को गुमला जोन का एरिया कमांडर बनाया गया था. वह जोराग गांव में एक ठेकेदार से लेवी वसूलने पहुंचा था. तभी घेराबंदी कर पुलिस ने नीलकंठ व उसके साथी अहलाद को धर दबोचा. एसपी अंजनी कुमार झा ने मंगलवार को गुमला थाना परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गुमला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जोराग जंगल में कुछ उग्रवादी लेवी वसूलने के लिए आने वाले हैं.
उन्होंने बताया कि इस सूचना में एएसपी बृजेंद्र कुमार मिश्रा, गुमला थानेदार शंकर ठाकुर, पुअनि अमित कुमार, आरक्षी संदीप टोप्पो, आरक्षी रंजीत कुमार, राजेश कुम्हार, अंकित सामद के साथ थाना की सशस्त्र बल की एक टीम बनायी गयी. पुलिस जोराग जंगल पहुंची तो दो लोग भागने लगे. पुलिस ने खदेड़कर दोनों को पकड़ा. पूछताछ में पता चला कि दोनों पीएलएफआई के उग्रवादी हैं.
एसपी ने बताया कि 14 फरवरी 2019 को कामडारा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में पीएलएफआई के सेकेंड सुप्रीमो गुज्जू गोप मारा गया था. इसके बाद पीएलएफआई के मार्टिन केरकेट्टा, अखिलेश गोप व तिलकेश्वर गोप को संगठन विस्तार की जिम्मेवारी मिली थी. इन्हीं लोगों ने नीलकंठ साहू को गुमला व रांची जोन का एरिया कमांडर बनाया था. नीलकंठ से 10 दिन का ट्रेनिंग भी लिया है. नीलकंठ किसी बड़ी घटना को अंजाम दे पाता. उससे पहले उसे पुलिस ने पकड़ लिया.