गुमला : घाघरा प्रखंड में आठवीं कक्षा की छात्रा का पिस्तौल की बल पर अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है. घटना 31 मार्च की है. डर के कारण 13 दिनों तक पीड़िता चुप थी. हिम्मत जुटाकर शुक्रवार को पीड़िता अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और केस दर्ज कराया. पीड़िता ने तीन लोगों को आरोपी बनाया है. इनमें सिसई प्रखंड के लोहंजारा निवासी आरिफ, बबलू व जगलाल साहू है.
पीड़िता ने कहा है कि 31 मार्च को वह गांव के बगल के कुएं में पानी भरने गयी थी. तभी एक मोटर साइकिल से तीन युवक पहुंचे. कनपटी में पिस्तौल अड़ा दिया और चेहरे को कपड़ा से ढकने के लिए कहा. मोटर साइकिल में ही बैठाकर पुसो गढ़वाली जंगल ले गये. जहां रातभर रखकर दुष्कर्म किया. एक अप्रैल की सुबह चार बजे लड़की को घर छोड़ने ला रहे थे. लेकिन पुन: रास्ते में सुनसान जगह पर गाड़ी रोककर लड़की से दुष्कर्म किया.
पीड़िता के बयान के अनुसार आरोपियों ने गोली मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया है. जब पीड़िता ने हाथ जोड़कर जान बख्सने की दुहाई करने लगी तो उसे जान से नहीं मारा और घर के समीप छोड़कर भाग गये. पीड़िता के अनुसार तीनों आरोपी अपने को उग्रवादी बता रहे थे. युवकों ने अपना घर सिसई प्रखंड के लोहंजारा बताया है. पीड़िता ने बताया कि आरिफ को वह व्यक्तिगत रूप से पहचानती है. वह ऑटो चलाता है.
घटना के बाद पिछले 13 दिनों से पीड़िता अपने घर पर ही थी. वह चलने फिरने में असमर्थ हो गयी थी. उसके साथ उसका दादा और मां घर में रहते हैं, जो कि काफी बुजुर्ग हो चुके हैं. जिसके कारण वह थाना में शिकायत करने नहीं आ सकी थी. पीड़िता की मां ने पूरी घटना की जानकारी अपनी बड़ी बेटी को गांव के ही कोई युवक के मोबाइल के माध्यम से बतायी. इसके बाद उसकी बड़ी बेटी गांव आयी और मामला को लेकर थाना पहुंची. थाना प्रभारी सुदामा चौधरी ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म का मामला थाना में आया है. प्राथमिकी दर्ज कर लड़की का मेडिकल जांच भी कराया जायेगा.