गुमला : आंजन के मड़वाकुल्ही जंगल में जेजेएमपी उग्रवादियों और कोबरा बटालियन के जवानों के बीच रविवार दोपहर करीब एक बजे मुठभेड़ हुई. करीब दो घंटे तक दोनों ओर से गोलियां चली. इसी दौरान मौसम खराब हो गया. आसमान में घुप्प अंधेरा छा गया और बारिश होने लगी. इसका फायदा उठा उग्रवादी जंगल में भाग गये. कोबरा के जवानों ने मौसम ठीक होने के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.
इस दौरान मुठभेड़स्थल से इंसास राइफल की मैगजीन, नौ खोखे, पिट्ठू और अन्य सामान मिले. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह कोबरा-209 बटालियन के जवान कुल्ही मड़वा इलाके में घुसे. पहले से वहां जेजेएमपी के उग्रवादी डेरा जमाये हुए थे. जवानों को देखते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. कोबरा के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की.
करीब दो घंटे तक हुई गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. कोबरा के पदाधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि पतगच्छा, मड़वा, कुल्ही गांव में बीते कई दिनों से उग्रवादी जुटे हैं. इस सूचना पर उग्रवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन किया गया.
डर से ग्रामीण घरों में दुबके : मुठभेड़ के दौरान हुई फायरिंग से ग्रामीण सहम गये. जब तक गोलीबारी होती रही, लोग अपने घरों से नहीं निकले. कभी भाकपा माओवादियों का गढ़ रहा कुल्ही, आंजन, पतगच्छा, मड़वा में अब जेजेएमपी का वर्चस्व है. इधर, जेजेएमपी के दो उग्रवादियों के सरेंडर के बाद संगठन थोड़ा कमजोर हुआ है.