सात साल पहले पीएलएफआइ में शामिल हुआ था करण गोप
गुमला : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सबजोनल कमांडर करण गोप उर्फ करण सम्राट (20) ने सोमवार को पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है. वह सिसई प्रखंड के कोडेकेरा गांव का रहनेवाला है.
पुलिस की पहल व परिजनों के समझाने के बाद करण ने मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लेते हुए बसिया अनुमंडल के एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर के समक्ष आत्मसमर्पण किया. एसडीपीओ खुद पुलिस बल के साथ कोडेकेरा गांव जाकर करण को सरेंडर करा कर गुमला लाये हैं. अभी करण को गुमला सदर थाना में रख कर पूछताछ की जा रही है.
करण सात साल तक अपराध की दुनिया में रहा. इस दौरान वह चार साल तक जेल में भी रहा था. जेल से निकलने के बाद उसने पुन: हथियार उठा लिया था. पुलिस के अनुसार, करण ने दो नेता, पीएलएफआइ के एक उग्रवादी, शांति सेना के एक सदस्य, जनहित क्रांति के दो एरिया कमांडर, नगर परिषद के एसडीओ अर्जुन प्रसाद सहित दर्जन भर लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. लेवी के लिए सड़क, पुल, पुलिया निर्माण स्थल पर उत्पात मचा चुका है.
करण के सरेंडर करने से पुलिस के साथ ठेकेदारों ने राहत की सांस ली है. करण ने सुपर क्राइम सुपर गिरोह व करण सम्राट गिरोह भी बनाया था, जिसका सरगना वह खुद था.
