गुमला थाना से 14 किमी दूर सिलाफारी गांव में शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे पुलिस व पीएलएफआई के बीच करीब आधा घंटे तक मुठभेड़ हुई है. पुलिस ने खदेड़कर एक उग्रवादी बिशुनपुर निवासी अनुज धनवार उर्फ पंकज को पकड़ा है. जबकि एरिया कमांडर प्रकाश उरांव व संजय टाइगर भागकर भंडरिया के रास्ते पर स्थित […]
गुमला थाना से 14 किमी दूर सिलाफारी गांव में शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे पुलिस व पीएलएफआई के बीच करीब आधा घंटे तक मुठभेड़ हुई है. पुलिस ने खदेड़कर एक उग्रवादी बिशुनपुर निवासी अनुज धनवार उर्फ पंकज को पकड़ा है. जबकि एरिया कमांडर प्रकाश उरांव व संजय टाइगर भागकर भंडरिया के रास्ते पर स्थित टोंगरी में छिप गये हैं. पुलिस देर रात तक पहाड़ में छिपे उग्रवादियों की तलाश कर रही थी. ये लोग सिलाफारी में किसी की हत्या व लेवी वसूली करने के इरादे से पहुंचे थे. तभी पुलिस पहुंच गयी और गोलीबारी शुरू हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 10 से 12 गोली चली है.
भागने वाले उग्रवादी फायरिंग करते हुए भाग रहे थे. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की है. जब गोलीबारी शुरू हुई तो उस समय काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी. लेकिन सभी लोग मुठभेड़ स्थल से दूरी बनाये हुए थे ओर लाइव मुठभेड़ देख रहे थे. जब उग्रवादी पहाड़ में चढ़ गये तो पुलिस के साथ गांव के कुछ लोग भी उग्रवादियों को पकड़ने के लिए पहाड़ की घेराबंदी किये. लेकिन रात सात बजे तक दोनों उग्रवादियों का कहीं सुराग नहीं मिला था. एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत ने कहा कि गोलीबारी करते हुए दो अपराधी पहाड़ में छिप गये हैं. पुलिस छापामारी अभियान चला रही है.
जेजेएमपी के बाद पीएलएफआई में शामिल हुआ
गुमला थाना से 14 किमी दूर सिलाफारी गांव में शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे पुलिस व पीएलएफआई के बीच करीब आधा घंटे तक मुठभेड़ हुई है. पुलिस ने खदेड़कर एक उग्रवादी बिशुनपुर निवासी अनुज धनवार उर्फ पंकज को पकड़ा है. जबकि एरिया कमांडर प्रकाश उरांव व संजय टाइगर भागकर भंडरिया के रास्ते पर स्थित टोंगरी में छिप गये हैं. पुलिस देर रात तक पहाड़ में छिपे उग्रवादियों की तलाश कर रही थी. ये लोग सिलाफारी में किसी की हत्या व लेवी वसूली करने के इरादे से पहुंचे थे. तभी पुलिस पहुंच गयी और गोलीबारी शुरू हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 10 से 12 गोली चली है. भागने वाले उग्रवादी फायरिंग करते हुए भाग रहे थे.
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की है. जब गोलीबारी शुरू हुई तो उस समय काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी. लेकिन सभी लोग मुठभेड़ स्थल से दूरी बनाये हुए थे ओर लाइव मुठभेड़ देख रहे थे. जब उग्रवादी पहाड़ में चढ़ गये तो पुलिस के साथ गांव के कुछ लोग भी उग्रवादियों को पकड़ने के लिए पहाड़ की घेराबंदी किये. लेकिन रात सात बजे तक दोनों उग्रवादियों का कहीं सुराग नहीं मिला था. एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत ने कहा कि गोलीबारी करते हुए दो अपराधी पहाड़ में छिप गये हैं. पुलिस छापामारी अभियान चला रही है. गिरफ्तार उग्रवादी अनुज धनवार को पुलिस ने पीछे से हाथ बांध दिया. उसे जमीन पर बैठा दिया. तभी कुछ लोग पहुंचे और उसकी पिटाई शुरू कर दी. जितने लोग पहुंचे. सभी ने उसपर हाथ साफ किया.