पहले विजय ने एक घर में शराब पी. इसके बाद वह अखरा के पास जाकर बैठ गया, तभी मांदर बजा रहे मनोहर के मांदर से विजय को धक्का लग गया. इसी को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया. पहले दोनों में धक्का-मुक्की हुई. इसके बाद अचानक विजय अपने कमर से पिस्तौल निकाला और मनोहर को गोली मार दी. जैसे ही मनोहर को गोली लगी, वह अखरा के बीच गिर गया.
गोली चलने के बाद अखरा में नाच-गान कर रहे लोगों के बीच अफरातफरी मच गयी. लोगों ने देखा कि मनोहर की मौत हो गयी, उन्होंने विजय को पकड़ लिया और पीट कर उसे मार डाला. ग्रामीणों ने विजय का पिस्तौल भी छीन लिया. रात को पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में कर लिया. विजय के पिता अघनू साहू ने कहा कि मेरे बेटे की हत्या क्यों की गयी, मुझे जानकारी नहीं है.