महागामा प्रखंड के मानिकपुर गांव में आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग का समापन श्रद्धा और भक्ति के माहौल में हुआ. सत्संग के अंतिम दिन स्वामी वेदानंद जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि मनुष्य के जीवन में कर्म और योग का विशेष महत्व है. जब व्यक्ति निस्वार्थ भाव से कर्म करता है और योग के मार्ग पर चलता है, तब जीवन से मोह और अज्ञानता का अंधकार समाप्त होता है और मोक्ष का द्वार खुलता है. स्वामी वेदानंद जी महाराज ने उपस्थित सत्संग प्रेमियों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में सत्य, अहिंसा और सदाचार को अपनायें. उन्होंने कहा कि यही मार्ग मनुष्य को ईश्वर के साक्षात्कार की ओर ले जाता है. सत्संग स्थल पर उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालु स्वामी जी के उपदेशों को ध्यानपूर्वक सुनते रहे और जय गुरु के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा. संगीतमय सत्संग से पूरा माहौल आध्यात्मिक हो गया. आयोजकों ने स्वामी वेदानंद जी महाराज का पारंपरिक तरीके से माल्यार्पण कर स्वागत किया. सत्संग का समापन सामूहिक आरती के साथ हुआ. इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण और भंडारा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बंशीपुर, महादेव बथान, शिवकिता, मानिकपुर सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में सत्संग प्रेमी शामिल हुए.
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