राजमहल कोल परियोजना के अधीन हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र में मजदूरों को हो रही समस्याओं को लेकर संगठन पूरी तरह आंदोलन के मूड में है. इस संदर्भ में झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के बैनर तले ठेका मजदूरों की बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता यूनियन अध्यक्ष फोबियान्यूस मरांडी ने की. बैठक में निर्णय लिया गया कि प्राइवेट कंपनी द्वारा खनन कार्य लगातार जारी होने के बावजूद मजदूरों के हितों की अनदेखी की जा रही है. कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों और रैयतों को सुविधाविहीन कर रहा है, जबकि कई बार आश्वासन दिया गया था कि खनन नियमों के अनुसार सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी. मजदूरों की प्रमुख मांगों में कर्मचारियों को एचपीसी दर से मजदूरी का भुगतान और बकाया एरियर का निपटान, कर्मचारियों को नियमित पे स्लिप उपलब्ध कराना, पीएफ कटौती राशि की पासबुक मजदूरों को देना, मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल हैं. यूनियन के सचिव विघ्नेश्वर महतो ने बताया कि मजदूरों की समस्याओं का समाधान करने हेतु 13 सूत्री मांग पत्र राजमहल परियोजना के क्षेत्रीय महाप्रबंधक एएन नायक को सौंपा गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रबंधन 31 दिसंबर तक समस्याओं का समाधान नहीं करता है, तो 5 जनवरी को परियोजना के एरिया कार्यालय के मुख्य द्वार पर दो दिवसीय भूख हड़ताल का आयोजन किया जाएगा.
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