बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास एवं अमृत मंडल की हत्या के विरोध में शुक्रवार की शाम गोड्डा में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन देखा गया. बजरंग दल, भवानी सेना एवं विश्व हिंदू परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता शहीद स्तंभ परिसर में एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन बजरंग दल के जिलाध्यक्ष अमित कुमार ठाकुर के नेतृत्व में किया गया. कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री मो. यूनुस का पुतला दहन किया तथा भारत सरकार से मामले में कूटनीतिक हस्तक्षेप कर कठोर कदम उठाने की मांग की. इस दौरान श्रद्धांजलि पोस्टर लेकर पैदल मार्च भी निकाला गया, जो शहीद स्तंभ परिसर से कचहरी गेट होते हुए कारगिल चौक तक पहुंचा. प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठायी. बताया गया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के दीपू चंद्र दास एवं अमृत मंडल की भीड़ द्वारा हत्या किये जाने की घटनाओं से वहां की कानून-व्यवस्था और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं. आरोप है कि संबंधित घटनाओं में प्रशासन की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न लगे हैं. इस अवसर पर गोड्डा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य सतीश चंद्र पाठक ने कहा कि दीपू चंद्र दास और अमृत मंडल की हत्या बांग्लादेश की कानून व्यवस्था एवं सरकार की संवेदनशीलता पर गंभीर प्रश्न उठाती है. उन्होंने इसे मानवता पर आघात बताते हुए भारत सरकार से आग्रह किया कि वह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से संवाद कर ठोस कदम उठाए, ताकि वहां रहने वाले हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
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