राजमहल कोल परियोजना के ओसीपी कार्यालय में बुधवार को वार्षिक खान सुरक्षा सप्ताह मनाया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डीएमएस माधव राव, क्षेत्रीय महाप्रबंधक एएन नायक, महाप्रबंधक परिचालन सतीश मुरारी, एजेंट सोनपुर बजारी, शंभू कुमार झा एवं मैनेजर चित्रा राजकुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. उद्घाटन के दौरान डीएमएस माधव राव ने सभी कर्मियों को सुरक्षा नियमों का पालन करने और कार्य में हमेशा जीरो दुर्घटना का लक्ष्य बनाए रखने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि नियमों का सही पालन दुर्घटनाओं की संभावना को कम करता है. क्षेत्रीय महाप्रबंधक एएन नायक ने बताया कि सुरक्षित कोयला खनन सबसे बड़ी चुनौती है, जिसे राजमहल परियोजना के कर्मचारी और अधिकारी बखूबी निभा रहे हैं. उन्होंने परियोजना के बेहतर उत्पादन और डिस्पैच में योगदान की सराहना की. महाप्रबंधक परिचालन सतीश मुरारी ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में परियोजना का लक्ष्य 16 मिलियन टन कोयला उत्पादन का है, जिसे सभी की सहभागिता से पूरा किया जाएगा. उन्होंने वर्ष 2016 की दुखद दुर्घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि उसके बाद से परियोजना ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य किया और छोटी-मोटी दुर्घटनाओं को छोड़कर अब तक कोई गंभीर दुर्घटना नहीं हुई. एजेंट सोनपुर बजारी ने कहा कि राजमहल क्षेत्र कोयला खनन में कोयला का महल के रूप में जाना जाता है और हुर्रा सी खनन क्षेत्र भी सुरक्षा दृष्टि से उन्नत है. उन्होंने कहा कि उत्पादन और सुरक्षा का आपसी संबंध है और सुरक्षा सप्ताह कोयला कामगारों के लिए त्योहार के समान महत्व रखता है. कार्यक्रम के दौरान सभी कर्मियों ने सुरक्षा नियमों का पालन करने की शपथ ली और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत किया. मौके पर श्रीकांत दत्ता, ओपी चौधरी, दिनेश शर्मा, जयकांत चौधरी, पीएस संगा, डी. मेघावाल, विकास कुमार, दिवाकर कुमार, पी. वर्णवाल, रामानंद प्रसाद, अजीत कुमार, आशुतोष कुमार, सुनील पंडित, पवन कुमार, राम सुंदर महतो, सीताराम महतो, लखनदर लोहार सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

