कार्यशाला में सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक, किसान मित्र एवं प्रगतिशील कृषकों ने हिस्सा लिया. जिला कृषि पदाधिकारी आशुतोष कुमार ने सभी प्रसार कर्मी को खरीफ 2025 में वितरित बीज का प्रक्षेत्र में लगे फसल का भी अवलोकन करने एवं किसानों का उत्साह बढ़ाने की बात कही.
योजनाओं के बारे में दी जानकारी
इसके साथ-साथ विभाग द्वारा चलाई जा रही योजना मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण की योजना, सूक्ष्म सिंचाई योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना आदि का प्रचार प्रसार करते हुए किसानों का लाभ हेतु प्रेरित करने की बात कही. जिला में वर्ष 2025 में 17905 किसान का मृदा स्वास्थ्य कार्ड मृदा जांच कर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है. जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, पौधा संरक्षण पदाधिकारी, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, सहायक मिट्टी रसायनज्ञ द्वारा भी विभागीय योजनाओं से उपस्थित प्रसार कर्मियों को जानकारी दी गयी. पशुपालन विभाग के द्वारा बताया गया कि जिला में 2, 5 एवं 10 गाय की योजना का लाभ अनुदान पर दिया जा रहा है. प्रखंड कार्यालय से संपर्क कर लाभ ले सकते हैं. जोड़ा बैल योजना का लाभ बीपीएल परिवार को दिया जाना है. बकरी पालन हेतु चार बकरी व एक बकरा वितरण की योजना, सुअर पालन के लिए चार सुकरी एवं एक सुकर की योजना, कुक्कुटपालन, बत्तख पालन व अंडा उत्पादन हेतु लेयर फार्मिंग के तहत चार सौ मुर्गी दिया जाता है. जिला उद्यान पदाधिकारी द्वारा उद्यान विकास की योजना एवं राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत लाभ हेतु उद्यान मित्र से संपर्क कर आवेदन कराने की बात कही गयी. इस वर्ष एक नई योजना प्रकृतिक खेती का है जिसमें जिले में छह संकुल में 125 किसान का अलग अलग चयन किया गया है जिसमें प्राकृतिक खेती के तहत सब्जी, फूल, फल एवं फसल की खेती की जाएगी. कृषि विज्ञान केन्द्र, बेंगाबाद, गिरिडीह के वैज्ञानिक डा. नवीन कुमार एवं प्रक्षेत्र प्रबंधक मधुकर द्वारा वर्तमान में लगे फसल को बचाने एवं फसलों में लगने वाले कीट रोगों का उपचार के वारे में बताया गया. मंच का संचालन प्रखंड तकनीकी प्रबंधक रमेश कुमार ने की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

