इस संबंध में ग्रामीण अनिल मुर्मू, पिंटू हेंब्रम, चुन्नू हेंब्रम, सबीना मुर्मू, कैला हेंब्रम, मन्नू हेंब्रम, तालो किस्कु, अनीता हेंब्रम, बड़की बास्के आदि लोगों ने गुरुवार को बताया कि करीब दो साल पूर्व में जल जीवन मिशन के तहत संवेदक के कर्मियों के द्वारा नारायणपुर गांव में बोरिंग कर दो स्थानों पर जलमीनार लगाया गया था. जलमीनार से घरों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाये बगैर ही कार्य को बंद कर अधूरा छोड़ दिया गया है.
गांव में लगे दो चापाकल खराब
बताया कि एक चापाकल प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर व दूसरा गांव में लगा हुआ है. उपरोक्त दोनों चापाकल से खराब पानी निकलता है. गांव के एक व्यक्ति के द्वारा निजी चापाकल लगवाया गया है. सरकारी स्कूल के बच्चों समेत गांव के अधिकांश लोग निजी चापाकल पर आश्रित हो गये हैं. वहीं कई परिवार के लोगों को गांव के बगल स्थित बंडिया नदी से पीने का पानी लाना पड़ रहा है. लोगो ने पेयजल की समस्या को देखते हुए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जनप्रतिनिधियों व जिला अधिकारियों से गांव योजना के तहत अधूरे कार्य को पूरा कराकर पेयजल समस्या से निजात दिलवाने की मांग की है.
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