ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद विभाग की ओर से कोई पहल नहीं हो सकी है. विभागीय उदासीनता का नतीजा है कि भवन में लगी खिड़की, शीशा व दरवाजा टूट चुके हैं. भवन की दीवार दरारें पड़ गयी हैं.
शिलान्यास से जगी उम्मीदों पर फिरा पानी
रूपीडीह के ग्रामीणों ने बताया कि उक्त स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास वर्ष 2012-013 में बगोदर के तत्कालीन विधायक बिनोद कुमार सिंह ने किया था. भवन तो जैसे-तैसे बन गया, पर उसका उपयोग अब तक नहीं हो पाया है. नतीजतन बिना उपयोग के ही भवन जर्जर हो गया है. केंद्र का शिलान्यास होते देख अरारी पंचायत के लोगों में एक उम्मीद जगी थी कि स्वास्थ्य संबंधी छोटी-मोटी परेशानियों के लिए आठ किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं जाना पड़ेगा.शुरू होने से 15 हजार लोगों को मिलता लाभ
लोगों ने बताया कि अगर उप स्वास्थ्य केंद्र चालू हो जाता, तो अरारी व जरीडीह पंचायत के लगभग 15 हजार लोगों को इसका सीधा लाभ मिल सकता था. इससे समय व पैसे दोनों की बचत होती.
केंद्र को चालू कराने की पहल होगी : प्रभारी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शाकिब जमाल ने बताया कि उन्हें भवन को लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं है. अगर स्वास्थ्य विभाग की लिस्ट में भवन होगा तो जिले के वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखकर इसे चालू कराने की पहल की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

