निरीक्षण दल में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार मार्तंड प्रताप मिश्रा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विनोद कुमार, प्राधिकार के जिला सचिव मो सफदर अली नैयर, न्यायाधीश प्रभारी मो दानिश नवाज व डालसा के सदस्य शामिल थे. निरीक्षण के दौरान टीम ने जेल मैनुअल के अनुसार बंदियों के लिए बनाये जा रहे भोजन और पेयजल की गुणवत्ता, रसोईघर की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं की विस्तार से जांच-पड़ताल की. टीम ने कारा में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी से बंदियों की स्वास्थ्य सुविधाओं, दवाइयों की उपलब्धता और इलाज की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली.
टीम ने बंदियों से की पूछताछ
इसी क्रम में टीम ने कई बंदियों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर उनकी समस्याएं, मिलने वाली सुविधाएं और मुकदमों से संबंधित स्थिति की जानकारी हासिल की. निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने टीम को आवंटन के अभाव में जेल प्रशासन को हो रही विभिन्न असुविधाओं के बारे में अवगत कराया. प्राधिकार के सचिव मो सफदर अली नैयर ने जेल परिसर में स्थित लीगल एड क्लीनिक का भी निरीक्षण किया. यहां उन्होंने यह जाना कि बंदियों को उनके मुकदमों की पैरवी के लिए अधिवक्ता उपलब्ध है या नहीं तथा जरूरतमंद बंदियों को विधिक सहायता किस प्रकार प्रदान की जा रही है कि नहीं की जानकारी ली.
बंदियों की सुविधाओं का लिया जायजाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

