एक बार फिर इन इलाकों में कोनार नहर परियोजना के तहत कार्य शुरू होने से किसानों के बीच एक उम्मीद जगी है. इसकी प्राक्कलित राशि 618 करोड़ रुपये निर्धारित की गयी है. इससे खेती कार्य में सिंचाई करने में मदद मिल सकेगी. बता दें कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में कोनार नहर परियोजना योजना किसानों के लिए एक बड़ी उम्मीद बनी थी. जो एकीकृत बिहार- झारखंड के समय वर्ष 1978 में शुरू हुई थी. हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़- बनासो कोनार डैम से शुरू होकर बनासो होते हुए गिरिडीह जिले के बगोदर और डुमरी तक अधूरी नहर बनायी गयी थी. इसमें खेतको पंचायत भी शामिल है. अब खेतको इलाके की बंद पड़ी नहर के अलावे विष्णुगढ़ प्रखंड के भी कई गांव से होकर गुजरी नहर का जीर्णोद्धार किया जाना है. इस योजना के तहत वर्तमान में दो-तीन साल से बगोदर प्रखंड के हिस्से की नहर से बगोदरडीह, माहुरी, समेत अन्य गांव के किसान भी पानी छोडे जाने से लाभान्वित हो रहे हैं. लेकिन बगोदर प्रखंड का खेतको इलाका इससे अछूता है.
खेतको पंचायत के 15 हजार किसानों को मिलेगा लाभ
नहर के कार्य जल्द पूर्ण हो जाने से यहां के किसान सालों भर खेती कर सकेंगे. वहीं नहर के कई जगहों पर पाइप लाइन का काम किया जायेगा. नहर में पानी आने से न सिर्फ खेतको पंचायत के 15 हजार किसानों को इसका लाभ होगा, बल्कि विष्णुगढ़ प्रखंड के सटे मड़मो पंचायत के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा.
एक साल में पूरा करने का है लक्ष्य
विभाग के रंजन कुमार ने कहा कि एसडीओ खेतको में नहर जीर्णोद्वार का कार्य शुरू किया गया है. आगामी एक साल में पूरा करने का लक्ष्य है. कोनार नहर के पूर्ण होने से खेतको पंचायत के 2400 हेक्टेयर भूमि में सिचाई का साधन मिलेगा. यह योजना पहले कोनार नहर प्रमंडल डुमरी से शुरू हुई थी. लेकिन अब उसे हटाकर बनासो कोनार नहर परियोजना से शुरू हुई है जो बगोदर के खेतको और विष्णुगढ़ प्रखंड के बाराघाट में किया जाना है. करीब 618 करोड़ की योजना हैं. खेतको में 10.9 किमी तक बनेगी. बीते दशकों पूर्व नहर का काम मिट्टी वर्क किया गया था. अब नये सिरे से काम किया जा रहा है.कंपनी गुणवत्तापूर्ण कार्य करे : विधायक
विधायक नागेंद्र महतो लगातार विधानसभा सदन में बगोदर-सरिया के गांवों में कोनार नहर को चालू किये जाने को लेकर बात रखी गयी थी. उन्होंने कहा कि कार्य शुरू हुआ है. इससे खेतको और अलगडीहा दोनों पंचायत लाभान्वित होगा. इसके तहत नहर से पाइपलाइन के जरिये किसानों के खेतों में पानी पहुंचाया जायेगा. कार्य कर रही कंपनी गुणवत्तापूर्ण कार्य करे ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

