इस महापर्व में भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने के लिए परंपरा के अनुसार बांस के बने सूप, दौरा, डाला का प्रयोग किया जाता है. महापर्व को लेकर बांस से बनी इन वस्तुओं की मांग बढ़ गयी है. इससे बनाने वालों का कारोबार बढ़ गयी है. बाजार भी बांस से बनी टोकरियों से सज गयी हैं. इसकी बिक्री भी खूब हो रही है. पीतल से बने शुभ व डाला को भी श्रद्धालु बढ़-चढ़कर खरीद रहे हैं. सरिया बाजार में सूप 150 से लेकर 180 रुपये, जबकि छोटा डाला 80 से लेकर 120 रूपये, बड़ा डाला 250 रुपये से 300 रुपये में बिक रहे हैं. महापर्व को लेकर पूजन सामग्रियों की कीमतों में भारी वृद्धि के बावजूद व्रती उत्साहपूर्वक इनकी खरीदारी कर रहे हैं.
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