ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है. लोग कुएं या अन्य स्रोत से किसी तरह से अपनी प्यास बुझाने पर मजबूर हैं. ग्रामीण मधु यादव, योगेंद्र राम गुप्ता, मनोज यादव, सहदेव यादव व राजेंद्र दास ने कहा कि जलमीनार जब तक चालू था, तो लोगों को इससे काफी सुविधा मिलती थी. बगल में सरकारी स्कूल संचालित है. स्कूल के विद्यार्थी भी लाभान्वित हो रहे थे. दो वर्ष से जलमीनार बंद पड़ा है. कई बार मुखिया से ठीक कराने की मांग की, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई.
फंड की है कमी : मुखिया
मुखिया विजय दास ने कहा कि जलमीनार वर्ष 2018-019 में लगाया गया था. पांच वर्षों तक मेंटेनेंस कर इसका उपयोग किया गया था. अब फंड नहीं रहने से इसकी मरम्मत नहीं करवा पा रहे हैं. फंड आते ही जलमीनार को चालू करवा दिया जायेगा.
जल्द की जायेगी पहल : बीडीओ :
बीडीओ फनिश्वर रजवार ने कहा कि जलमीनार की जांच करवायी जायेगी. जांच के बाद उचित पहल कर जलमीनार को चालू करवाया जायेगा.घरों में पाइपलाइन से पानी पहुंचाने की मांग
देवरी प्रखंड की चहाल पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत घरों में पाइपलाइन से पानी पहुंचाने का काम शुरू नहीं होने से ग्रामीणों में निराशा है. इससे पंचायत के चहाल, दुलौरी, चंदाडीह, बेलाकोला, कुड़ियामो, कोलडीह, झगरुडीह, सुखदेवमहुआ, छेवासीमर, खोटो, बुधुआडीह, घाघरा, अमजो, पद्माटांड़ गांव के लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीण इम्तियाज अंसारी, मुमताज अंसारी, बड़कू किस्कू, कमरुद्दीन अंसारी, कयूम अंसारी, फरीजन अंसारी आदि ने योजना के तहत पंचायत के सभी घरों में पाइपलाइन से पानी पहुंचाने की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि अब तक पंचायत के छेवासीमर व चंदाडीह गांव में दो-दो स्थानों पर बोरिंग की गयी है, लेकिन एक भी स्थान पर जलमीनार नहीं बनवाया गया. इसके कारण लोगों को पाइपलाइन से पानी नहीं मिल रहा है. चहाल की मुखिया समसुनिया खातून ने बताया कि पेयजल की समस्या व जल जीवन मिशन के तहत काम नहीं होने की जानकारी पेयजल व स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को दे दी गयी है. अधिकारियों से समस्या से निजात की मांग की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

