नगर निगम के अभियान के चंद दिनों के बाद बड़ा चौक से गांधी चौक तक पुन: अतिक्रमणकारियों का हो जाता है कब्जा
नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत बड़ा चौक से लेकर गांधी चौक तक पुन: अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो गया है. अतिक्रमण की वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गयी है. इसके कारण प्राय: जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है और लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं. शहरी क्षेत्र के कई इलाकों में अतिक्रमण की समस्या आम हो गयी है. अहम बात यह है कि इस समस्या का समाधान करने की दिशा में अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सका है. बता दें कि एक पखवारा पूर्व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में बड़ा चौक से लेकर गांधी चौक तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था. इस अभियान के बाद कुछ दिनों तक उक्त मार्ग अतिक्रमणमुक्त रहा. लोग आराम से आवाजाही करते रहे. इधर, पुन: सड़क के किनारे दुकानें सजने लगी हैं. ठेला, खोमचा और सब्जी बेचने वालों की भीड़ ने एक बार फिर अतिक्रमण हटाओ अभियान को टांय-टांय फिस्स कर दिया. रविवार के दिन जब हटिया लगता है, तो व्हीटी बाजार मुख्य मार्ग से लेकर बड़ा चौक तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस मार्ग से धनबाद से गिरिडीह आने वाली गाड़ियां जाम में फंसती हैं.लाइलाज हो गयी है अतिक्रमण की समस्या
गिरिडीह शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या लाइलाज हो गयी है. शहरी क्षेत्र के प्रमुख मार्गों में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. सावन के महीने में बाजार में भीड़ काफी बढ़ गयी है. खरीदारी के लिए लोग दिन और शाम में बाजार आते हैं. ऐसी स्थिति में अतिक्रमण के कारण जाम लगती है. अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी बैठक करते हैं. बीच-बीच में चिह्नि इलाकों में अभियान भी चलाया जाता है, लेकिन कुछ दिनों के बाद स्थिति पूर्ववत हो जाती है. शहरी क्षेत्र के बड़ा चौक, मुस्लिम बाजार, गद्दी मोहल्ला, बरगंडा, अलकापुरी, पचंबा, कचहरी रोड, आंबेडकर चौक, बस स्टैंड रोड समेत अन्य इलाकों में अतिक्रमण की वजह से जाम लगती है.निगम ने बनाये दो वेंडिंग जोन, पसरा रहता है सन्नाटा
नगर निगम ने अतिक्रमण की समस्या के समाधान को लेकर शहरी क्षेत्र के दो स्थानों पर वेंडिंग जोन का निर्माण करवाया, लेकिन फुटपाथ दुकानदारों को इसमें शिफ्टिंग कराने में सफलता हासिल नहीं हुई. इस तरह लाखों की लागत से निर्मित दो वेंडिंग जोन शोभा की वस्तु बन कर रह गया. बता दें कि शहरी क्षेत्र के बाभनटोली में 50 लाख की लागत से और बस स्टैंड रोड फायर स्टेशन कार्यालय के पास 98 लाख की लागत से वेंडिंग जोन का निर्माण कराया गया था. दोनों वेंडिंग जोन में लगभग 72 दुकान लगने की जगह है. लेकिन यहां पर सन्नाटा पसरा रहता है. कई बार नगर निगम ने फुटपाथ दुकानदारों को कई बार यहां से शिफ्टिंग का प्रायास किया. वेडिंग जोन की स्थिति यह है कि शाम ढलने के बाद इन इलाकों में गंजेड़ियों और शराबियों का जमघट लगता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

