गिरिडीह व बोकारो के बॉर्डर पर पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के ऊपरघाट के जरवा जंगल में पुलिस व नक्सलियों के मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने के बाद गोलीबारी में बाल बाल बचे इनामी नक्सली अरविंद यादव उर्फ अविनाश के बिहार झारखंड की सीमा पर स्थित जंगलों में पहुंचने की खबर के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है. मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी बिहार सीमा स्थित जंगलों में सर्च अभियान चलाया गया. गिरिडीह व नवादा की पुलिस द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में जंगलों को खंगाला जा रहा है. वरीय अधिकारियों द्वारा तीनों जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही समन्वय बनाकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. बताया जाता है कि दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान बनाकर बिहार झारखंड के नक्सली प्रवक्ता शेक मेंबर अविनाश यादव को पकड़ने की रणनीति बनायी जा रही है. इसके लिए एसटीएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी एवं लोकल पुलिस को लगाया गया है. पुलिस को जहां भी अरविंद के पहुंचने की भनक मिल रही है, उस इलाके की सघन तलाशी की जा रही है. लेकिन अब तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. सूत्र बताते हैं कि इस इलाके के एक-एक जंगली क्षेत्र की जानकारी अरविंद को है. वह पिछले दो दशक से नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा है. सीमांत इलाके में वह सक्रिय रहा है फलस्वरूप सीमांत इलाके की अच्छी जानकारी अरविंद को है. सर्च अभियान की मॉनीटरिंग जमुई के एसपी अभियान ओंकारनाथ सिंह कर रहे हैं. चिहरा थाना क्षेत्र के गगनपुर, सिमराढाब, हंसीकोल व पथरिया में एक-एक इलाके को खंगाला जा रहा है. भेलवाघाटी और गुनियाथर पुलिस द्वारा भी अभियान चलाया जा रहा है. सोनो थाना क्षेत्र के भेलवा मोहनपुर के रहनेवाले अरविंद यादव को पकड़ने के लिए बिहार तथा झारखंड की ओर से इनाम घोषित किया गया है.
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