गुरुवार को पूछताछ पूरी करने के बाद शेष दो आरोपी पीयूष पासवान और रवि कुमार दास को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बताया गया कि रोहित की हत्या की वजह दो साल पुराना प्रेम प्रसंग बना. मृतक रोहित का संबंध पीयूष पासवान की बहन से था. बहन की शादी हो जाने के बाद भी पीयूष का गुस्सा कम नहीं हुआ. इसी खुन्नस में उसने अपने साथी चंदू और रवि के साथ मिलकर रोहित को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.
नशे के लिए रोहित को पिलाया था गांजा
15 अगस्त की सुबह आरोपी चंदू दास रोहित को घर से घूमने के बहाने बुलाकर ले गया. पहले उसे बरमसिया पार्क ले जाया गया, लेकिन वहां भीड़भाड़ देख योजना बदल दी गई. इसके बाद दोपहर में तीनों उसे बरगंडा स्थित साईं मंदिर के पास उसरी नदी घाट ले गए. यहां तीनों ने पहले रोहित को नशे की हालत में लाने के लिए गांजा पिलाया. जैसे ही वह नशे में बेसुध हुआ, चंदू ने उसके सीने पर चाकू से वार कर दिया. इसके बाद पीयूष और रवि ने लोहे की रॉड से उसके सिर पर हमला किया, जिससे रोहित की मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद शव को घाट किनारे झाड़ियों में फेंककर तीनों आरोपी फरार हो गए थे. पुलिस ने गुप्त सूचना और तकनीकी जांच के आधार पर महज़ 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अब मामले के सभी अभियुक्त न्यायिक हिरासत में हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

