अभियान में शामिल बगोदर वन क्षेत्र के प्रभारी फॉरेस्टर डीलो रविदास ने बताया कि क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध रूप से आरा मिलों का संचालन की सूचना लगातार मिल रही थी. इस सूचना को सत्यापित करते हुए अटका में छापेमारी की गयी. इस दौरान नौ आरा मिलों में हुई छापेमारी में कीमती लकड़ी जब्त की गयी है,. बता दें कि वन प्रमंडल पदाधिकारी हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के निर्देश पर अवैध आरा मिलों के विरुद्ध लगातार सघन छापामेरी की जा रही है. छापेमारी में अवैध रूप से आरा मिल, आरा हाथी व प्लेटफॉर्म को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया. स्थल पर जमा कर रखे वन पदार्थों, आरा हाती, डीजल इंजन, प्लेटफॉर्म, चक्का, विभिन्न प्रजाति के बोटा व चिरान की कीमत लगभग साढ़े पांच लाख रुपये आंकी गयी है.
इन्हें किया गया आरोपित
विभाग ने आरा मिल संचालक प्रेमचंद मेहता, सरोज मेहता, त्रिवेणी सिंह, शंकर मंडल, रोहित मेहता, भीमशंकर मेहता, पंकज मेहता, बुल्लू मंडल, कुलदीप मंडल, टिंकू मेहता, सुरेंद्र मंडल सभी अटका तथा राणा प्रताप सिंह व मनोज यादव बूढ़ाचांच पर भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. छाोमारी का नेतृत्व वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि अवैध आरा मिलों के खिलाफ छापेमारी अभियान जारी रहेगा. अवैध आरा मिलों के संचालन की मिलते ही बुलडोजर से उसे ध्वस्त कर संचालक के खिलाफ विधिसम्मत कारवाई की जायेगी. छापामारी में प्रक्षेत्र के प्रभारी वनपाल अंशु कुमार, रंजन कुमार, संजीत दास, डीलो रविदास व राजा अहमद, वनरक्षी अभिषेक कुमार, राजकुमार गुप्ता, सोमनाथ मोदक, आनंद प्रजापति, केशव महतो, विशाल कुमार, नंदकिशोर दास, विष्णु राय, हैदर अली शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

