शिविर में जिले के 12 प्रखंडों की कुल 144 सहिया साथियों को तीन चरणों में दिया जायेगा. पहला चरण 13 से 18 दिसंबर तक चलेगा. इसमें 61 सहिया साथी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी. वहीं, दूसरे चरण में 19 से 24 दिसंबर तक 61 तथा तीसरे और अंतिम चरण 25 से 30 दिसंबर तक 22 सहिया साथियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षक ज्ञानचंद महतो, मानिकचंद महतो, मनोज राउत, महादेव सेन, रामशंकर शर्मा, रबिंद्र कुमार व अजय वर्मा हैं. वहीं, सिकल सेल एनीमिया व जेएएस मॉड्यूल का प्रशिक्षण डीपीसी मुकेश कुमार दे रहे हैं. प्रशिक्षण पार्टिसिपेटरी लर्निंग एंड एक्शन पीएलए कम्युनिटी प्रिवेंशन ऑफ एक्यूट मॉल न्यूट्रीशन तीसरा राउंड, सिकल सेल एनीमिया व जेएएस मॉड्यूल पर आधारित है.
सहिया साथी स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी
सिविल सर्जन ने कहा कि सहिया साथी और सहिया स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी हैं और ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में उनकी भूमिका अहम है. उन्होंने प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को गंभीरता से समझकर जमीनी स्तर पर लागू करने की अपील की. कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में सुनिश्चित कराया जाये. किसी भी स्थिति में भ्रूण जांच एवं हत्या ना हो, इसके लिए सहिया एवं स्वास्थ्यकर्मी सक्रिय भूमिका निभायें. सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि जल्द ही रेफरल अस्पताल डुमरी में डिजिटल एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगी.
इनकी रही उपस्थिति
मौके पर अर्जुन मोदी, उषा देवी, रामप्रवेश, सहिया साथी वीणा देवी, पूर्णिमा देवी, मीना देवी, मंजूलता सिन्हा, रेणुका देवी, ममता देवी, दीपा देवी, रामदुलारी देवी, सुमित्रा देवी, पद्मावती देवी, कंचन देवी, गीता देवी, पार्वती देवी, सावित्री देवी, सहिया इंदप देवी, गुरिया देवी, हेमंती देवी, सरिता देवी, रंजीता देवी, गायत्री देवी, पुष्पा देवी, विमला देवी, बुधेश्वरी देवी आदि उपस्थित थे.
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