कार्यक्रम में खोरीमहुआ के एसडीओ अनिमेष रंजन ने कहा कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम में सुदूरवर्ती इलाके के जो लोग प्रखंड या अंचल कार्यालय नहीं जा पाते हैं, उनके दरवाजे तक सरकार अधिकारियों व कर्मचारियों को भेजकर मामले का निष्पादन करवा रही है. बीडीओ कुमार बंधु कच्छप, सीओ श्यामलाल मांझी, जिप सदस्य उस्मान अंसारी, बिमल कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
मुखियाओं ने लगाया काला बिल्ला
इधर सभी पंचायतों के मुखिया ने काला बिल्ला लगाकर सरकार के कार्यक्रम का विरोध जताया. उनका कहना था कि पिछले तीन वर्षों से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन आवेदन देने के बावजूद लोगों को योजनाओं का वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा है. इससे ग्रामीणों में व्यवस्था के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है. सिकरुडीह, तिलकडीह, भेलवाघाटी, घसकरीडीह व परसाटांड़ के मुखिया क्रमश: फुलमंती देवी, बिनोद हेंब्रम, मुखिया विकास कुमार, शांति किस्कू व अजीम अंसारी ने बताया कि वृद्धा पेंशन को छोड़कर अधिकांश सरकारी पोर्टल ऑनलाइन नहीं खुल रहे हैं. इसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. पंचायत प्रतिनिधियों ने 15वें और 16वें वित्त आयोग मद की राशि नहीं मिलने पर भी सरकार के प्रति नाराजगी जतायी.
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