मशाल जुलूस सरिया पेठियाटांड़ से शुरू होकर सरिया मुख्य मार्ग, झंडा चौक होते हुए थाना गेट पहुंचा जहां नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरिया एसडीएम मुर्दाबाद, सरिया प्रशासन हाय-हाय, अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे सरीखे नारेबाजी करते हुए इसे जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया. नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक नेता नहीं, बल्कि राष्ट्र के गौरव थे. उनकी प्रतिमा स्थापित करना जनता की भावना से जुड़ा विषय है. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि बिना जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों से संवाद किए चबूतरे को तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. वहीं आगामी 30 दिसंबर को सरिया में लाठी मार्च निकालने की बात कही गई. मशाल जुलूस में सरिया मंडल व कोयरीडीह मंडल के भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए. कार्यक्रम में रजनी कौर, देवनाथ राणा, परमेश्वर मोदी, नरेश रजक, मनीष मंडल, बबलू मंडल, अजय यादव, बिनोद यादव, निर्मल भारती, पूर्व प्रमुख रामपति प्रसाद, हरिहर मंडल, प्रहलाद सिंह, राजू सिंह, पिंटू मोदी, गोपाल यादव, पिंटू यादव, युधिष्ठिर मंडल, राजेश पांडेय, सतीश मंडल, हेमलाल उर्फ छोटू मंडल, अनिल शर्मा, जयप्रकाश वर्मा, पंकज मंडल, मथुरा यादव, रंजीत सिंह, हरिहर यादव, टींकू साव, चंदन बर्णवाल, विनोद महतो, विजय मंडल, काली मंडल, फागू पंडित, मुकेश यादव, रवि सिंह, सागर मंडल, नारायण मंडल, अशोक राणा, गजाधर यादव, रघु मंडल, शिवधन मंडल समेत अन्य लोग शामिल रहे.
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