संघ के सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार ने 21 नवंबर को चार लेबर कोड अधिसूचित कर दिया है. देश के सभी केंद्रीय श्रम संगठनों के द्वारा वेज कोड 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड 2020, सोशल सिक्युरिटी कोड 2020 तथा व्यावसायिक सुरक्षा और कार्य परिस्थिति कोड 2020 का पिछले पांच वर्षों से विरोध किया जा रहा है. ट्रेड यूनियनों ने इन चारों लेबर कोड वापस लेने की मांग की थी. लेबर कोड मजदूरों की जगह कॉरपोरेट के हित में है, इससे नौकरी की गारंटी खत्म हो जायेगी. मालिकों के लिए फैक्ट्री बंद करना आसान हो जायेगा. भविष्य में स्थायी नौकरी की जगह कॉन्ट्रैक्ट पर बहाली की जायेगी. कार्य अवधि को बढ़ा दिया जायेगा. कोड के लागू होने पर मजदूरों और कर्मचारियों के अधिकार, वेतन सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा आदि खतरे में पड़ जायेगा.
केंद्र सरकार कॉरपोरेट घरानों के हित में काम कर रही है
बीएसएसआरयू के सचिव मृदुल कांति ने कहा कि एनडीए गवर्मेंट बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित होकर लेबर कोड लागू कर रही है. इस कोड से इपीएफ में नियोक्ता की भागीदारी को 12 फीसदी से कम कर 10 फीसदी कर दिया गया. साथ ही मजदूरों के मौलिक अधिकार हड़ताल को समाप्त कर दिया जायेगा. केंद्र की एनडीए सरकार मजदूर, किसान और जनता विरोधी तथा कॉरपोरेट हितैषी है. कार्यक्रम में संजय शर्मा, विजय कुमार, राजेश उपाध्याय, उमानाथ झा, श्वेता, विनय कुमार, देवनाथ दास, प्रीतम मेहता, महेश्वरी वर्मा, नीतीश गुप्ता, अंशु सिंघानिया, सबा परवीन, नीरज सिंह, प्रदीप कुमार, प्रदीप प्रसाद, घनश्याम साव, पार्थो ज्योति देवाशीष, सौरभ कुमार, रमेश कुमार, मनोज सिंह, जयप्रकाश, विकास कुमार, विजय मंडल, संजय गुप्ता, राजेश कुमार सहित काफी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे.
गिरिडीह कोलियरी में संयुक्त ट्रेड यूनियन ने किया विरोध
गिरिडीह कोलियरी में संयुक्त ट्रेड यूनियन के नेताओं ने चार लेबर कोड लागू होने का विरोध किया है. यूनियन के नेताओं ने कबरीबाद माइंस में प्रदर्शन किया. साथ ही इसे काला कानून की संज्ञा दी. ट्रेड यूनियन के नेताओं ने इस कानून को किसान व मजदूर विरोधी बताया है. वक्ताओं ने केंद्र सरकार को मजदूर विरोधी बताया. मौके पर झाकोमयू के अध्यक्ष हरगौरी साहू छक्कू, सचिव तेजलाल मंडल, संगठन मंत्री जगत पासवान, प्रकाश शर्मा, कोलफील्ड मजदूर यूनियन के सचिव अमित यादव, भुनेश्वर भुइयां, बिरसा हांसदा, राजू यादव, अकील अंसारी, जागेश्वर दास आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

