इसको लेकर नगर निगम के प्रशासक ने गिरिडीह अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर पुलिस बल सहित दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की है. बता दें गिरिडीह टावर चौक से लेकर कल्याणडीह तक फोरलेन का निर्माण हो रहा है. सड़क की चौड़ाई को देखते हुये अतिक्रमण के दायरे में आने वाली दुकानों को खाली कराने की मुहिम चल रही है. पूर्व में नटराज चौक के बगल स्थित नगर निगम की कई दुकानों को खाली कराया जा चुका है. अब पुराना जेल कैंपस से सटे दुकानों को खाली कराना है. नगर निगम के प्रशासक प्रशांत कुमार लायक ने बताया कि दुकानों को खाली कराने के लिए कई बार नोटिस दिया गया है. इसके बाद भी दुकानों को खाली नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि 18 नवंबर को दुकान खाली कराने को लेकर अभियान चलाया जायेगा. गिरिडीह-जमुआ मुख्य मार्ग चौड़ीकरण के क्रम में उक्त दुकानों को खाली कराना है.
18 नवंबर को चलेगा दुकानों को खाली करने का अभियान, दुकानदारों में हड़कंप
इधर, नोटिस के बाद दुकानदारों में खलबली मची हुई है. सूत्र बताते हैं कि जिन लोगों के नाम पर दुकान आवंटित है, उनमें से कई ने भाड़े पर दुकान लगा रखा है. सूत्रों की मानें तो फोरलेन निर्माण में अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बनी हुई है. कचहरी रोड के अलावा पचंबा चौक पर भी अतिक्रमण की समस्या है. बताया जाता है कि फोरलेन निर्माण में कोई ना कोई समस्या उत्पन्न होती रही है. इतना ही नहीं निर्माण कार्य में सुस्ती को लेकर पथ निर्माण विभाग और संवेदक के कार्यशैली की आलोचना होती रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

