आदिवासी महिला पुरुषों और युवक युवतियों ने मांदर की थाप पर सामूहिक नृत्य किया. आदिवासी समाज के लोगों ने प्रकृति का संरक्षण करने का संकल्प लिया. इस दौरान स्थानीय लोक गीत और वाद्य यंत्र की धुन पर लोगों में एक नयी ऊर्जा का संचार किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित डुमरी के विधायक जयराम कुमार महतो मांदर बजाकर उसकी थाप पर थिरकते नजर आये.
सरहुल प्रकृति का पर्व है : विधायक जयराम महतो
विधायक ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरहुल प्रकृति का महापर्व है. हम सभी प्रकृति की पूजा करते हैं. यह पर्व उत्साह, उल्लास व उमंग के माहौल में प्रकृति से जुड़ने का मौका देता है. प्रकृति पर्व सरहुल में प्रकृति की पूजा की जाती है. प्रकृति से ही जीवन संभव है.
ये लोग मौके पर थे मौजूद
इस मौके पर पूजा समिति के अध्यक्ष रंजीत किस्कू, सचिव बजल हेंब्रम, कोषाध्यक्ष भोला बेसरा, आजसू विधानसभा प्रभारी यशोदा देवी, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नागेश्वर मंडल, युवा कांग्रेस के जिला महासचिव गुड्डू मल्लिक, झाएकिमयू के केंद्रीय अध्यक्ष गंगाधर महतो, महासचिव रविंद्र कुमार, सुभाष पंडित, पुतरीगढ़ डैम निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष चंदू बरनवाल, युवा कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष कपिल ठाकुर, सनाउल्लाह अंसारी, दीपक जैन आदि लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

