पिछले माह खेमलाल की तबीयत बिगड़ गयी थी. बेहतर इलाज कराने के लिए कंपनी ने उसे घर भेज दिया गया. तबीयत अधिक बिगड़ने के बाद परिजनों ने इलाज के लिए तत्काल धनबाद के निजी अस्पताल में भर्ती भी कराया. लेकिन इलाज के क्रम में शनिवार की देर रात उसकी मौत हो गयी. उसका शव गांव आते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
सूचना पर पहुंचे पूर्व विधायक
सूचना मिलते ही पूर्व विधायक विनोद सिंह पोखरिया पहुंचे और परिजनों को हिम्मत बंधाया. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अफ्रीका जैसे देशों में काम की तलाश में जाने वाले लोग बीमारी की चपेट में आने से होने वाली मौत में आश्रितों के सहायता के लिए कोई प्रावधान नहीं है. प्रवासी मजदूरों के हित में एक सशक्त कानून बने, ताकि विदेशों में बीमारी से होने वाली मौत पर मुआवजा का प्रवाधान हो. उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. जमुनिया नदी किनारे उसका अंतिम संस्कार किया गया. मृतक अपने पीछे पत्नी, बच्चे समेत भरापूरा परिवार छोड़ गया है.
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