हाथ-पैर धोने के दौरान सुनील का पैर फिसला और वह सीधे कुआं में जा गिरा. कुएं में गिरने की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य दौड़े. हो हल्ला होने पर आसपास के लोग जमा हुए और सुनील को निकालने का काम शुरू किया. मुखिया संतोष कुमार समेत अन्य लोगों के सहयोग से उसे बाहर निकालकर इलाज के लिए बगोदर ट्रामा सेंटर ले जाया गया. ट्रामा सेंटर में मौजूद चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सुनील अटका से हजारीबाग बस जाने वाली बस का चालक था. मृतक अपने पीछे पत्नी, एक पुत्रीसमेत भरापूरा परिवार को छोड़ गया.
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजन को सौंपा शव
घटना की जानकारी मिलने पर जिप सदस्य दुर्गेश कुमार शुक्रवार की सुबह ट्रामा सेंटर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. पीड़ित परिवार को ढाढ़स बंधाया और आपदा राहत के तहत मिलने वाली मुआवजा राशि दिलाने में हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया. इधर, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. रवि पासवान, नरेश पासवान, सुरेश पासवान, विशाल रजक, विकास पासवान, विक्की कुमार, भीखी पासवान, मुंशी पासवान, देवचंद पासवान, टेकलाल पासवान ट्रामा सेंटर पहुंचे और घटना पर दुख प्रकट किया.
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