दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाले एनएच सिक्स लेन बगोदर से होकर गुजरी है. जहां बगोदर जीटी रोड भी सिक्स लेन पूरी तरह से बनी हुई है, लेकिन बगोदर क्षेत्र के ही जीटी रोड अटका लक्षिबागी से यह निर्माण कार्य कई सालों से अधर में लटक गया. भू रैयत का आवासीय दर पर मुआवजा की जो मांग की गयी थी, वह पूरा नहीं हो पाया जिससे अटका सिक्स लेन नहीं बन पाया है.
आजतक नहीं हो पाया समस्या का निदान
इस मामले को सांसद, विधायक के पास भू-रैयत गये. लेकिन मुआवजा की प्रक्रिया का निदान नहीं हो पाया. निरसा विधायक ने सदन में सवाल उठाया कि बगोदर प्रखंड के अटका में वर्ष 2014 में सिक्स लेन चौड़ीकरण हेतु भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हुई थी. 10 वर्षों के उपरांत भी अटका के 1139 अधिसूचित रैयतों को मुआवजा नहीं मिल पाया है और इस अधिसूचना के कारण यहां के रैयत अपने आवश्यकता अनुसार न तो उक्त चिन्हित भूखंडों को बेच पा रहे हैं और न ही आवास हेतु नया निर्माण करा पा रहे है जिसमें इन रैयतों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं उक्त भुक्तभोगी रैयतों को मुआवजा देने का निर्देश दिया गया था, परंतु अब तक इन रैयतों को मुआवजा नहीं मिल पाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

