उपस्थित लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मार्च का नेतृत्व भाकपा माले नेता कन्हाई पांडेय, राजेश सिन्हा, मसूदन कोल, किशोर राय, सनातन साहू कर रहे थे. माले व असंगठित मजदूर मोर्चा के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार श्रमिकों व किसानों के साथ छल कर रही है. केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद किया जा रहा है. इस सरकार के खिलाफ मजदूरों को सड़क पर उतरने की जरूरत है. वक्ताओं ने चारों बिल को वापस लेने की मांग की. मौके पर अरुण कोल, जगरनाथ कोल, अर्जुन राय, गुलाब कोल, रामदेव पंडित, चंदन टुडू, अनिल किस्कू, अरविंद टुडू, मोती सोरेन आदि मौजूद थे.
देशव्यापी प्रतिवाद को समर्थन करेगी फाब्ला
केंद्र सरकार के चार लेबर कोड के खिलाफ देशव्यापी प्रतिवाद का फाब्ला समर्थन करेगी. उक्त बातें बेंगाबाद प्रखंड के कोल्हरिया में आयोजित बैठक में पार्टी के नेता राजेश यादव ने कही. श्री यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने चार लेबर कोड लाकर मजदूरों के पूर्व के श्रम कानूनों में निहित अधिकारों को ना सिर्फ छीनने का काम किया है, बल्कि उन्हें ठेकेदारों, कंपनियों और पूंजीपतियों को सौंप दिया है. देश के करोड़ों मजदूर इसे सहन नहीं कर सकते. सरकार को मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड वापस लेने होंगे. कहा कि इस कानून के विरोध में बुधवार को आयोजित देशव्यापी प्रतिवाद में फाब्ला भी साथ रहेगी. मजदूर-किसानों व मेहनतकश के अधिकारों को मोदी सरकार नये-नये कानून लाकर छीनने में लगी है. उन्होंने लोगों से बुधवार को देशव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गिरिडीह चलने का आह्वान किया. मौके पर शंभु तुरी, मोहन सोरेन, लखन कोल, सुनील कोल, प्रकाश कोल, बबलू कोल, रवि कोल, सुरेश कोल, अर्जुन कोल, ईश्वर कोल, उमेश कोल, धनेश्वर कोल, भातु कोल, शनिचर कोल, डालो कोल, मनोज राणा, जीतू कोल, शंकर कोल, लूटन कोल, मुकेश टुडू आदि थे.
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