यह उत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए आस्था, सांस्कृतिक मिलन और उल्लास का एक महाकुंभ है, जिसका उद्देश्य मां अन्नपूर्णा से धन-धान्य और समृद्धि की कामना करना है. मां अन्नपूर्णा की मुख्य पूजा व अनुष्ठान पंडित पूर्णानंद तिवारी के आचार्यत्व में संपन्न हो रहा है. मुख्य यजमान सुखदेव पाठक व मुखिया अमृतलाल पाठक हैं. इनके साथ पुजारी विनोद पाठक तथा पूजा समिति अध्यक्ष यदुनंदन पाठक, उपाध्यक्ष विकास पाठक, प्रदीप स्वर्णकार, भीम स्वर्णकार, नरेंद्र गुप्ता, रुद्रा संकेत कुमार,संदीप वर्मा समेत अन्य सक्रिय हैं . बताया कि पूजा के साथ 15 दिवसीय मेला भी शुरू हो गया. मेला दूर-दारज से आये श्रद्धालुओं के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मेले में मनोरंजन के लिए कई प्रकार के झूले और दुकान लगाये गये हैं. नाव वाला झूला, जंपिंग जैक, तारामाची और बच्चों का पसंदीदा मिक्की माउस लगाया गया है. महिलाओं को यहां का मीना बाजार आकर्षित कर रहा है. यहां विभिन्न प्रकार के उत्पाद और हस्तकला की वस्तुएं उपलब्ध हैं.
सुरक्षा की है विशेष व्यवस्था
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष मेले में सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं और आगंतुक को ई परेशानी नहीं हो. आयोजन में प्रमुख राजकुमार पाठक समेत कुंदन पाठक, संजीव पाठक, सुबोध पाठक, अमर पाठक, सपन पाठक, शिव कृष्ण राम, श्याम पाठक, शंकर भारती, मीठू पाठक, प्रकाश वर्मा, सुधीर गुप्ता, सुरेश स्वर्णकार, डबलू डॉक्टर, राजेश भट्ट ,पप्पू साव, रितेश पाठक, रवि वर्मा, गौतम पाठक, राम कुमार, चंद्रगुप्त, हरि ओम, राजीव गुप्ता, परवीन गुप्ता आदि सक्रिय है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

