जमुआ प्रखंड में अधिकारियों व कर्मियों पर मनमानी व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सोमवार को जमुआ प्रखंड मुख्यालय में झारखंड यूथ फोर्स के बैनर तले लोगों ने धरना दिया गया. झायूफो के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने कहा कि जमुआ की सभी 42 पंचायतों में जल नल योजना सिर्फ खाओ-पकाओ बनकर रह गयी है. एक भी गांव में नियमित पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है. इसमें संवेदक की मनमानी चरम पर है. जमुआ प्रखंड का 24945 क्विंटल खाद्यान्न की कालाबाजारी करनेवाले पदाधिकारी पर कार्रवाई आज तक नहीं होने से कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की बू आ रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जमुआ सीओ ने अंचल कार्यालय में भूमाफियाओं का अड्डा बना दिया है. इनके कार्यकाल में जमीन से संबंधित दाखिल खारिज पंजी टू की जांच की जाये. छात्र छात्राओं का जाति, आय और आवासीय प्रमाण पत्र ये लंबित रखते हैं और छात्रों को परेशान करते हैं. इसकी जांच वरीय पदाधिकारी से करायी जानी चाहिए. जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक की व्यवस्था की जानी चाहिए. साथ ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यों की जांच की जानी चाहिए. जमुआ के एजीएम बसंत हजरा के कार्यकाल की जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए. मंईयां सम्मान योजना में छुटे हुए योग्य लाभुकों को जोड़ते हुए स्वीकृति हुए लाभुकों की सही जानकारी दी जानी चाहिए.
ये थे उपस्थित
मौके पर प्रदेश महासचिव रंजीत मंडल, हसीना खातून, बेरहाबाद की मुखिया सोनी देवी, केंदुआ की मुखिया आशा देवी, सुरेश कुमार चंद्रवंशी, अनिता यादव, बबीता देवी, सुलेखा खातून अनिता देवी, आलमा खातून, त्रिभुवन मंडल, सुधीर रजक, केदार ठाकुर, कैलाश राणा, राजकुमार सिंह, राजेंद्र सिंह, राजेंद्र बरनवाल, राजेश यादव, दीपक यादव आदि मौजूद थे.
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