22 हाथियों का यह झुंड गुरुवार की रात से झारखंड की सीमा से सटे चकाई प्रखंड के चिहरा थाना क्षेत्र के बरमोरिया पन्ना के बरखुटिया इलाके की पहाड़ी के किनारे कैंप कर रहा है. यह जंगल काफी घना है और वन्य प्राणियों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है. कभी यह इलाका नक्सलियों का सुरक्षित पनाहगर भी था. वन विभाग के सूत्रों की मानें तो जंगली इलाके से निकला 23 हाथियों का झुंड भटककर विभिन्न इलाके में भ्रमण कर रहा है. वहीं झुंड से एक हाथी बिछड़ गया है. झुंड से बिछड़े हाथी को शुक्रवार को जमुआ प्रखंड क्षेत्र में विचरण करते देखा गया है, जबकि 22 हाथियों का झुंड आगे बढ़कर बिहार सीमा से प्रवेश कर चकाई के बरमोरिया पन्ना जंगल में रात से कैंप कर रहा है. यहां हाथियों का झुंड जोरिया किनारे आराम फरमाते देखा जा रहा है. वन विभाग की एक टीम के द्वारा बिछड़े हुए हाथी को झुंड में मिलाने का प्रयास किया जा रहा है. देवरी के वनपाल नीरज पांडेय के मुताबिक 22 हाथियों का झुंड अपने एक विशेष साथी के आने का इंतजार कर रहा है. इधर वन विभाग बिछड़े हुए हाथियों को जमुआ बेरहाबाद के आसपास देखा गया वह झुंड को बैकअप कर रहा है. उसके पीछे वन विभाग की टीम लगी हुई है. बिछड़ा हाथी धीरे-धीरे अपने साथियों के जाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. संभावना जताई जा रही है कि शनिवार सुबह तक बिछड़ा हाथी अपने साथियों के झुंड में शामिल हो जाएगा. उसके बाद सभी हाथी फिर आगे की दिशा में आगे बढ़ेंगे. इधर शनिवार सुबह तक हाथियों के झुंड को कंट्रोल करनेवाली स्पेशल टीम के भी पहुंच जाने की खबर है. इसके बाद हाथियों के झुंड को किसी सुरक्षित जंगल में खदेड़ने की दिशा में प्रयास किए जाने की बात वन विभाग द्वारा कही जा रही है. फिलहाल हाथियों का झुंड बरमोरिया पन्ना बरखुटिया के इलाके में कैंप कर रहा है और वन विभाग की टीम अगल-बगल उस पर नजर रख रही है. इधर पुलिस प्रशासन भी सतर्क है तथा लोगों को लगातार जागरूक कर रहा है. साथ ही लोग भी काफी सतर्क हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

