एसडीपीओ ने बताया कि उक्त गुमटी संचालक अनुमंडल आनेवाले लोगों के बीच बिचौलिए का काम करते हैं. इसकी सूचना उन्हें मिल रही थी. इसे लेकर निरीक्षण किया गया और उनकी दुकानों में एफिडेविट के कागजात पाए गए, जो वकील के पास होने चाहिए थे. इसे देखते हुए जीरो टॉलरेंस पर कार्य करते हुए सभी को बंद करा दिया गया और हटाने को लेकर नोटिस दिया जा रहा है.
कई कार्यालयों से मिल रही है सूचना, होगी कार्रवाई
बताया कि अनुमंडल क्षेत्र के कई कार्यालयों से भी सूचना मिल रही है. उसके लिए भी निरीक्षण सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी, यह निश्चित है. कहा कि जब तक वे अनुमंडल में हैं, तब तक सभी प्रखंडों के अधिकारी तथा कर्मी यह समझ लें कि लोगों के अधिकारियों के साथ सीधा जुड़ाव, लगाव और संवाद हो. बीच में कार्य करनेवाले बिचौलिए बर्दाश्त नहीं किए जायेंगे. गुमटी संचालक चाय विक्रेता महेंद्र यादव ने बताया कि वे तो सिर्फ चाय, बिस्किट व पानी बेचते थे, फिर भी अधिकारियों द्वारा उनकी गुमटी को बंद करा दिया गया. कहा कि बेरोजगारी में वे यहां गुमटी लगाकर जीविकोपार्जन कर रहे थे. कोई बिचौलिए का काम उनके द्वारा नहीं किया जा रहा था.
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