लगभग पांच किलोमीटर की कच्ची सड़क बदहाली का दंश ढेल रही है. इसमें बड़े बड़े गड्ढे हो गये हैं. इस सड़क से शिक्षक और बच्चे स्कूल जाते हैं. साथ ही स्थानीय लोग इसी सड़क से जमुआ प्रखंड मुख्यालय आना जाना करते हैं. सुदूर क्षेत्र में बसे रहने के कारण यहां से आवागमन का कोई साधन नहीं है. आज भी गांव के लोग पक्की सड़क बनने की आस लगाये बैठे हैं. गांव में पक्की सड़क नहीं रहने के कारण लोग गांव में बेहतर रोजगार नहीं चलाना चाहते हैं. हल्की बरसात में ही गांव नरक में तब्दील हो जाता है. कच्ची सड़क के कारण खासकर महिलाओं को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. हल्की बरसात में महिलाओं को घर से बाहर आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ती है. पोबी की मुखिया जयंती देवी ने बताया कि यहां पक्की सड़क का निर्माण करने के लिए हम लोग लगातार प्रयासरत हैं, मगर विभाग के कभी गंभीर नहीं रहने के कारण आज भी रोड जर्जर स्थिति में है.
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