गिरिडीह बाइपास का निर्माण कराया जायेगा. पथ निर्माण विभाग ने इसका काम स्टेट हाइवे ऑथरिटी ऑफ झारखंड (साज) को दिया है. साज इसके निर्माण की दिशा में कार्रवाई कर रहा है. इसके लिए अभी करीब 350 करोड़ का टेंडर जारी किया गया है. करीब 26 किमी लंबी बाइपास सड़क बनानी है. गिरिडीह बाइपास निर्माण के लिए काफी समय से प्रयास हो रहा था. टेंडर भरने की अंतिम तिथि चार अप्रैल तक है. टेंडर निबटारा के बाद इस पर तेजी से काम किया जायेगा. बता दें कि बाइपास सड़क गिरिडीह-डुमरी सड़क पर जोरापहाड़ी पथ से जमुआ रोड क्रॉस करते हुए बेंगाबाद के महुआर तक बननी है. उसकी स्वीकृति केंद्र सरकार से मिल चुकी थी. लेकिन यह हॉफ सर्किल था. इससे रिंग रोड बनाने की भरपाई नहीं हो रही थी. ऐसे में अब गिरिडीह-डुमरी पथ अंतर्गत जोरापहाड़ी से गिरिडीह-धनबाद रोड स्थित चतरो होते हुए गिरिडीह-बेंगाबाद के महुआर तक बनने वाले रोड को झारखंड सरकार की कैबिनेट से स्वीकृति मिली. इसके लिए नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू का प्रयास रंग लाया है. बताया गया कि गिरिडीह बाइपास में पुलों का निर्माण, विलेज अंडर पास, आरओबी का निर्माण, भूअर्जन प्लांटेशन आदि होना है. यह सड़क सिमराढाब, खंडोली, बघरा, उदनाबाद, चतरो क्षेत्र से गुजरेगी. बाइपास सड़क बनने से शहर के लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. झामुमो के संयोजक प्रमुख संजय सिंह ने कहा कि चुनाव से पहले गिरिडीह बाइपास सड़क की स्वीकृति झारखंड कैबिनेट से मिल गयी थी. उन्होंने कहा कि बाइपास सड़क बनने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी और ट्रैफिक समस्या से छुटकारा मिलेगा.
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