बिरनी प्रखंड के बरोटोला गांव में तीन दिवसीय गायत्री महायज्ञ गुरुवार को कलश यात्रा के साथ शुरू हो गया. इसमें सैकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया. डीजे की धुन पर झूमते हुए लोग जमुना नदी से जल भरकर यज्ञ स्थल पहुंचे. वहां पर गायत्री परिवार ने विधि-विधान से पूजा करायी. मुख्य प्रवक्ता गायत्री ट्रस्ट गिरिडीह के प्रबंधक कामेश्वर सिंह ने कहा कि गायत्री महामंत्र की उपासना करें. इससे व्यक्ति प्राणवान बनता है. प्राणों की शक्ति का नाम गायत्री है, जिसे प्राण विद्या कहा जाता है. इस साधना से व्यक्ति का चिंतन, चरित्र व व्यवहार श्रेष्ठ बनता है. अध्यक्ष भीखन महतो, सचिव बीजू वर्मा व उप सचिव रामकिशन प्रसाद वर्मा ने बताया कि यहां शांतिकुंज हरिद्वार से आए संतों द्वारा शाम में मधुर गीतों के साथ प्रवचन किया जाएगा. इसमें गायत्री परिवार की उर्मिला बरनवाल, सहदेव प्रसाद कुशवाहा, उमा गुप्ता, सरयू यादव, अर्चना देवी, लीलावती देवी उपस्थित थीं.
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